Home >
गुजरे कई वर्षों में टेक्नोलॉजी में सुधार हुआ है और सही वक्त पर इन तूफानों की चेतावनी मिलने लगी है. इससे लोगों को पहले ही सुरक्षित जगहों पर पहुंचाना मुमकिन हो सका है.
7th pay commission में DA के वादे को अब सरकार को पूरा करना चाहिए. मौजूदा हालात में वित्तीय समझदारी के लिए कुछ वक्त रुका जा सकता है.
वैक्सीन को लेकर हिचकिचाहट के चलते भारत को बड़ा नुकसान उठाना पड़ा है. देश हम वैक्सीन को लेकर राजनीति को बर्दाश्त करने की हालत में नहीं है.
कम से कम ये राहत तब तक जारी रखी जानी चाहिए जब तक कि आर्थिक हालात में सुधार नहीं आता और देश में रोजगार बहाल नहीं होते.
कस्टमर्स और कंपनियों का रिश्ता भरोसे और वादे का होता है, लेकिन साथ ही जब बार-बार भरोसा टूटता है तो कोई भी वादा खोखला नजर आता है.
मौजूदा आर्थिक हालात और चुनावों की मजबूरी न होने के चलते small savings schemes इस बार ब्याज कटौती से बच जाएं इसकी गुंजाइश नहीं दिखती.
Loan: महामारी की वजह से हुए डिफॉल्ट के निपटारे का भी प्लान तैयार किया जाए. कर्ज लेने से पहले लोन से जुड़ी सभी शर्तें गौर से पढ़ें.
मौजूदा वक्त की सबसे बड़ी चुनौती शहरों में तबाही बरपा चुकी कोविड-19 की दूसरी लहर को गांवों में फैलने से रोकने की है.
लोगों के सामने इलाज का पैसा जुटाने और भविष्य सुरक्षित रखने की दोहरी चुनौती पैदा हो गई है. सोच-समझकर की गई प्लानिंग के बिना इससे निपटना मुश्किल है.
भारत में Cryptocurrency रेगुलेशंस में अभी अनिश्चितता है. जिस तरह से इनकी कीमतों में उतार-चढ़ाव हो रहा है, उसमें ये अभी जुए से ज्यादा कुछ नहीं हैं.