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देश में जिंक की प्रति व्यक्ति खपत लगभग आधा किलोग्राम है और यह वैश्विक औसत से काफी कम है.
चीन की अर्थव्यवस्था में सुधार के साथ ही चांदी की मांग में भी बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है.
मेटल कंपनियों को कैसे मिली राहत? मेटल सेक्टर में कैसे बढ़ेगा मुनाफा? कब होगा गिरती इनपुट प्राइस से फायदा? आयरन ओर, कोकिंग कोल की कीमतों में क्यों आई तेज गिरावट? HRC की कीमतों में क्यों आई कमी? स्टील कीमतों में रिकवरी की क्यों जगी उम्मीद? इन सवालों के जवाब जानने के लिए देखिए...ये वीडियो...
अमेरिका ने 2018 में राष्ट्रीय सुरक्षा का हवाला देते हुए इस्पात उत्पादों पर 25 प्रतिशत और एल्यूमीनियम के कुछ उत्पादों पर 10 प्रतिशत आयात शुल्क लगाया था.
जनवरी से नवंबर तक देश का इस्पात उत्पादन 12.1 प्रतिशत सालाना वृद्धि के साथ 12.82 करोड़ टन
क्रिसिल की एक रिपोर्ट के मुताबिक चालू वित्त वर्ष में अप्रैल-नवंबर की अवधि में भारत ने 4.26 मिलियन टन स्टील का इंपोर्ट किया है.
इक्रा का अनुमान है कि तांबे की कीमतें निकट अवधि में 8,200-8,300/टन के मौजूदा स्तर पर सीमित रहेंगी.
5.55 लाख टन के परिष्कृत तांबे के उत्पादन के साथ भारत दुनिया में 10वां सबसे बड़ा उत्पादक है.
वित्त वर्ष 2023 में अप्रैल-अक्टूबर की अवधि के दौरान चीन का इंपोर्ट 0.75 मिलियन टन दर्ज किया गया था
रिपोर्ट में अनुसार 2023 के अंत तक मांग 12 करोड़ टन तक पहुंचने की उम्मीद