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अक्टूबर में, जब गहरी मंदी थी, GST कलेक्शन ने 1 Lk Cr का आंकड़ा पार किया, और लगातार बढ़ते हुए जनवरी 2021 में 1.19 Lk Cr का नया रिकॉर्ड बनाया
Mutual Funds ने पिछले एक दशक में रिटेल इंनवेस्टर की अपने फाइनेंशियल गोल्स को हासिल करने में काफी मदद की है.
छह सदस्यीय मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) द्वारा हाल ही में संपन्न बैठक ने ईंधन की बढ़ती कीमतों के बारे में चिंता जताई है.
भारत की पापुलेशन सीमित क्षमता की है. मैन्युफैक्चिरिंग (Manufacture) को बनाए रखने में सक्षम होने के लिए ग्लोबल मार्केट को देखना होगा.
पेट्रोल की बढ़ती कीमतें इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री बढ़ा सकती हैं. इस महीने कुछ राज्यों में पेट्रोल के दाम 100 रुपये तक पहुंच गए थे.
Technical Glitch: क्या ट्रेडिंग को रोकने से बचा जा सकता था? एक्सचेंजों पर निवेशकों का बड़ा भरोसा है, उन्हें भी बेनिफिट ऑफ डाउट देना चाहिए
Mutual Funds: आप 30 वर्षों तक हर महीने 6,000 रुपये निवेश करते हैं और सालाना 12 फीसदी का औसत रिटर्न मिलता है तो आप 2.11 करोड़ जमा कर पाएंगे
सांख्यिकी मंत्रालय का ताजा आंकलन है कि 2020-21 के पूरे कारोबारी साल के दौरान जीडीपी (GDP) में 8 फीसदी की गिरावट हो सकती है.
इनवेस्टर अभी भी अच्छे रिटर्न की उम्मीद में DHFL के स्टॉक ले रहे हैं. जबकि RBI ने डीएचएफएल के खिलाफ दीवालिया प्रक्रिया को मंजूरी दे दी है.
SIP: ऐसी MF स्कीमें चुनें, जो लॉन्ग टर्म में लगातार अच्छा और प्रदर्शन करें. और अधिकांश कार्यकालों में अपने बेंचमार्क को पीछे छोड़ा हो.