SBI के अधिकारियों का कहना है कि रिलायंस ने सिंतबर तक इसका एक कारोबारी प्लान देने का वादा किया है.
मसालों के उत्पादन का यह अनुमान मार्च में जारी हुआ था. तब तक गर्मी की मार से फसल को हुए नुकसान का आकलन नहीं हुआ था.
कम फसल, एक्सपोर्ट पर जोर जैसे फैक्टर्स ने दाम बढ़ा दिए हैं और अब रेडी टू ईट चीजें बनाने वाली कंपनियों के हाथ-पैर फूले हुए हैं.
1mg की इस किफायती पेशकश के बीच सोमवार को प्रमुख डायग्नोस्टिक कंपनियों के शेयरों में गिरावट देखने को मिली.
इंडस्ट्री को चिंता है कि एक्सपोर्ट और बढ़ा तो घरेलू जरूरत के लिए स्टॉक नहीं बचेगा. यही वजह है कि इंडस्ट्री अब सरकार से कपास के निर्यात पर रोक लगाने की
यह पैक लाइफबॉय के मौजूदा 10 रुपए और 36 रुपए कीमत वाले पैक के बीच जो अंतर है, उसे भरने का काम करेगा.
इस्तेमाल हर महीने बढ़ रहा है . मार्च के दौरान UPI ट्रांजेक्शन में करीब 98 फीसदी और ट्रांजैक्शंस वैल्यू में 92 फीसदी का उछाल आया था.
शेयर बाजार की गिरावट में विदेशी निवेशक भी साथ छोड़ रहे हैं. क्योंकि कर्ज महंगा होने से पूंजी उनके यहां भी महंगी हो रही है.
पहली और दूसरी सूची के नोटिफिकेशन के बाद सेनाओं ने करीब 53,900 करोड़ रुपए के 31 प्रोजेक्ट के लिए कॉन्ट्रैक्ट पर दस्तखत किए हैं.
बताने को छुपा क्या है? देश में पांचवा सबसे बड़ा कोयला रिजर्व है, हम दुनिया के दूसरे सबसे बड़े कोयला उत्पादक है.