कोई भी निवेशक GMP चुकाने को इसलिए तैयार होता है क्योंकि इसमें लिस्टिंग पर फायदा होने के ज्यादा आसार होते हैं.
निवेशकों को फंडामेंटल्स देखकर आगे बढ़ना चाहिए या फिर गिरावट के वक्त पर खरीदारी करनी चाहिए? ऐसे कई सवाल निवेशकों के मन में इस वक्त आ रहे हैं.
वृहद आर्थिक माहौल बेहतर होने की वजह से धारणा सकारात्मक हुई है जिसकी वजह से FPI भारतीय बाजार में निवेश बढ़ा रहे हैं.
Stock Market: मेरा मानना है कि इस स्तर पर निवेशकों को अपने पोर्टफोलियो पर सख्त स्टॉप लॉस अपनाना चाहिए, क्योंकि मूल्यांकन बहुत अधिक है.
मोमेंटम इंडिकेटर (MACD) के हिसाब से इन 20 शेयरों में बियरिश क्रॉसओवर बन रहे हैं, जिसके चलते आने वाले दिनों में इन शेयरों में गिरावट आ सकती है.
stock market news: मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के राहुल शाह ने मनी9 से बात की और मार्केट की आगे की राह पर चर्चा की.
सरकार ने 12,500 करोड़ रुपये के बजट लक्ष्य के मुकाबले 12 अगस्त तक सिक्योरिटी ट्रांजैक्शन टैक्स (STT) के रूप में 8,800 करोड़ रुपये कलेक्ट किए हैं.
लंबे समय तक इन्वेस्ट करने के लिए अभी तत्काल डीप करेक्शन को लेकर चिंता की बात नहीं है. हालांकि कम अवधि वाले लोगों को मुनाफावसूली पर ध्यान देना चाहिए.
किसी भी निवेशक को फिक्स्ड इनकम निवेश के साथ-साथ शेयर या म्यूचुअल फंड जैसे जोखिम वाले भी विकल्प चुनने चाहिए. ताकि ग्रोथ और स्थिरता दोनों मिलें.
अगर लॉन्ग टर्म में देखें तो स्टॉक्स ने निवेश के अन्य सभी विकल्पों से बेहतर प्रदर्शन किया है चाहे वह सोना हो, रियल एस्टेट या डेट साधन हों.