NPF vs EPF: दोनों स्कीमों में से कौन सी चुनी जाए, इसका फैसला अपनी जोखिम उठाने की क्षमता, पैसों की जरूरत, रिटर्न की उम्मीदों के मुताबिक किया जा सकता है
हर व्यक्ति की इच्छा होती है रिटायरमेंट के बाद उसकी जिंदगी आराम से बीते, इसीलिए जरूरी है कि रिटायरमेंट की प्लानिंग नौकरी के पहले दिन से ही करनी चाहिए.
IL&FS, DHFL में फंसे EPFO के 1,400 करोड़ की वसूली के लिए नियुक्त होगा सलाहकार. संसदीय समिति ने कन्सल्टेंट की नियुक्ति का प्रस्ताव माना.
EPF vs PPF: दोनों में ब्याज दरें बाकी ठिकानों के मुकाबले ज्यादा हैं. PPF पर 7.1% ब्याज मिलता है, जबकि EPF पर मिलने वाली ब्याज दर 8.5% है.
रिटायरमेंट प्लानिंग बहुत जरूरी है. आप जितने कम उम्र में बचत के लिए सोचेंगे उतना ही बेहतर होगा.
Retirement Planning: एक डायवर्सीफाइड पोर्टफोलियो अच्छा रिटर्न पाने में मदद कर सकता है. जिसमें नेशनल पेंशन स्कीम आदि इंस्ट्रूमेंट शामिल हैं.
Solution Oriented Mutual Fund: ये म्यूचुअल फंड्स की एक कैटेगरी है. इन फंड्स को रिटायरमेंट प्लानिंग, शिक्षा आदि के लिए डिजाइन किया जाता है.
Retirement Planning: रिटायरमेंट के बारे में सोच कर आदमी भावुक हो जाता है. अगर इसे आर्थिक पहलू से जोड़ कर देखें तो इसकी संवेदनशीलता और भी बढ़ जाती है.
PF: अगर आप रिटायरमेंट से पहले पैसा निकालना चाहते हैं तो आपको कुछ खास नियमों की जानकारी होनी जरूरी है.
PF: इन बैंकों के IFSC कोड (IFSC Code) अमान्य हो गए हैं. इसलिए बिना इन्हें अपडेट कराए पीएफ क्लेम नहीं लिया जा सकता है.