IndiaLends और IIM-कोझीकोड के अध्ययन के मुताबिक, 65% भारतीयों ने त्योहारी सीजन से पहले पर्सनल लोन लेने की योजना बनाई है.
Emergency Fund: एक व्यक्ति को पर्याप्त इमरजेंसी फंड तैयार करने की जरूरत होती है. जिससे वह किसी भी खराब स्थिति से निपटने में सक्षम हो सके.
ये लोन ऐसे लोगों को दिए जाते हैं जो प्रोफेशनली क्वालिफाइड हैं और जो व्यक्तिगत या कारोबारी के तौर पर लोगों को प्रोफेशनल सर्विस देते हैं
Credit Card: क्रेडिट कार्ड ग्राहकों को EMI का विकल्प देते हैं. अगर आपकी बकाया राशि बड़ी हो रही है, तो आप स्मार्ट ईएमआई का विकल्प चुन सकते हैं.
बीते वित्त वर्ष में 2233 करोड़ UPI लेनदेन हुए, जिनका कुल मूल्य करीब 41 लाख करोड़ रुपए है.
पर्सनल लोन लेने के लिए आधार कार्ड में दी गई जानकारी का सही होना अनिवार्य है, तभी आप लोन के लिए अप्लाई कर सकते हैं.
इन लोन के लिए कॉलेटरल जमा करने की जरूरत नहीं है. इन लोन पर ब्याज की वार्षिक दर 8.2% से 9.65% तक होती है.
Personal Loan: आम तौर पर पर्सनल लोन (Personal Loan) का ऑफर दो तरह का होता है. पहला ऑफर, जिसमें आपको प्रोसेसिंग फीस देनी होती है.
पर्सनल लोन और होम लोन के टॉप-अप लोन में से किसी एक का चयन करने का आधार उपभोक्ता की आवश्यकता पर निर्भर करता है.
मार्च 2020 में पर्सनल लोन के ओवरऑल पोर्टफोलियो में साल दर साल 31.1% और मार्च 2021 में साल दर साल 20.2% का इजाफा हुआ.