कंपनी की ओर से अचानक प्लान को बंद करना नियामक निर्देशों का उल्लंघन माना जा रहा है. हालांकि बीमाकर्ता की ओर से इसका सार्वजनिक तौर पर कोई खुलासा नहीं किया गया है
हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी को समय पर रिन्यू कराना क्यों है जरूरी? अगर पॉलिसी समय पर रिन्यू नहीं कराई तो क्या होगा? हेल्थ पॉलिसी लैप्स होने पर कैसे होगा नुकसान? जानने के लिए देखिए ये वीडियो-
हेल्थ बीमा कंपनियां प्रीमियम जमा करने के लिए देय तारीख से 15 से 30 दिन तक का ग्रेस पीरियड देती हैं.
हेल्थ बीमा के बाजार में आए दिन नई-नई पॉलिसी लॉन्च हो रही हैं.
IRDAI इस समय बीमा कंपनियों के क़रीब 20 और आवेदनों पर कर रहा है विचार.
बजाज आलियांज लाइफ ने डाक विभाग से हाथ मिलाया है जबकि ICICI प्रूडेंशियल लाइफ इंश्योरेंस ने NPCI भारत बिलपे के साथ गठजोड़ किया है.
हेल्थ इंश्योरेंस इलाज के खर्चे का कवरेज प्रदान करता है. कम उम्र में इसे कम लागत में खरीद सकते हैं, इसीलिए विशेषज्ञ इसे खरीदने का सुझाव देते हैं.
पुरानी स्वास्थ्य बीमा पॉलिसी का नो क्लेम बोनस (NCB) भी आपकी नई बीमा पॉलिसी में ट्रांसफर हो जायेगा.
डे केयर ट्रीटमेंट में 24 घंटे से कम समय के लिए अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत होती है, जबकि OPD में इमीडियेट भर्ती होने की कोई जरूरत नहीं होती है.
Health Policy: समूह व्यक्तिगत दुर्घटना पॉलिसी भारत में अधिकांश नियोक्ताओं द्वारा दी जाने वाली समूह बीमा पॉलिसी का एक हिस्सा है.