एचडीएफसी लिमिटेड और बजाज फाइनेंस, दोनों एएए रेटेड कंपनियां, अपनी सावधि जमा (एफडी) पर 0.30 प्रतिशत अंक से अधिक रिटर्न दे रही हैं.
पोस्ट ऑफिस मंथली इनकम स्कीम (POMIS) और पांच साल का फिक्स्ड डिपॉजिट दो छोटी सेविंग स्कीम हैं जो लगभग एक समान हैं. लेकिन फिर भी, उनके बीच कुछ अंतर हैं.
Fixed deposit: आप सात दिनों से लेकर 10 साल तक की अवधि की FD चुन सकते हैं. अलग-अलग बैंकों की FD ब्याज दरें, जमा राशि और जमा की अवधि अलग-अलग होती है.
छोटे फाइनेंस बैंक ज्यादा ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए प्रमुख बैंकों की तुलना में फिक्स्ड डिपॉजिट पर ज्यादा ब्याज दर ऑफर कर रहे हैं.
पांच साल की टैक्स सेविंग फिक्स्ड डिपॉजिट पर किए गए निवेश में इनकम टैक्स एक्ट की धारा 80C के तहत टैक्स छूट भी मिलती है.
सीनियर सिटीजन को वित्तीय धोखेबाजों से ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत है. उन्हें अपना पैसा किसी भी अज्ञात साधनों में लगाने से बचना चाहिए.
Fixed deposits में लगाया गया आपका पैसा भी डिफॉल्ट का शिकार हो सकता है. हालांकि, आपके 5 लाख रुपये तक के जमा पर सरकारी गारंटी मिलती है.
FD Rates: आमतौर पर स्मॉल फाइनेंस बैंक अन्य बैंकों की तुलना में अधिक ब्याज देते हैं. Suryoday Small Finance Bank 3 साल के FD पर 7% का ब्याज दे रहा है
Fixed Deposit: पिछले कुछ दिनों में दो प्राइवेट सेक्टर के बैंक करूर वैश्य बैंक और एक्सिस बैंक ने FD पर अपना इंटरेस्ट रेट रिवाइज किया है.
यदि आप कम ब्याज दरों और अनिश्चित बाजार वातावरण के बीच अपने रिटर्न को अधिकतम करना चाहते हैं, तो आपको कॉर्पोरेट FD में निवेश करना चाहिए.