Credit Score: बैंक आपको लोन देने से पहले CIBIL Score को जरूर देखते हैं. इस स्कोर के आधार पर ही आपको मिलने वाली रकम तय होती है.
एक बढ़ी हुई क्रेडिट लिमिट आपको ज्यादा लोन दिला सकती है. यह लिमिट आमतौर पर क्रेडिट कार्डधारक की क्रेडिट लिमिट के बदले स्वीकृत होते हैं.
लैंडर आमतौर पर क्रेडिट स्कोर की जांच तब करते हैं जब उन्हें किसी व्यक्ति से कोई लोन एप्लीकेशन रिसीव होती है.
Credit Score: समय-समय पर अपनी क्रेडिट रिपोर्ट प्राप्त करते रहें. इससे आपको अपने क्रेडिट स्कोर पर नजर रखने में आसानी होगी.
NBFC: LIC हाउसिंग फाइनेंस, HDFC और बजाज फिनसर्व जैसी कंपनियां 6.66% से 8.25% तक के ब्याज दर पर होम लोन दे रहे हैं
4 क्रेडिट ब्यूरो CIBIL, Equifax, Experian और Highmark, के लिए RBI ने ग्राहकों को साल में एक बार मुफ्त क्रेडिट स्कोर दिखाना जरूरी कर दिया है.
क्रेडिट स्कोर आपकी फाइनेंशियल कंडीशन के बारे में बताता है. क्रेडिट स्कोर का इस्तेमाल जल्द लोन और क्रेडिट कार्ड आवेदन के लिए किया जाता है.
होम लोन इंश्योरेंस, टर्म इंश्योरेंस के जैसे सुरक्षा देता है. इस इंश्योरेंस के तहत लोन री-पेमेंट की अवधि तक कवर किया जा सकता है.
घर खरीदने का फैसला एक काफी बड़ा निर्णय होता है. इसलिए 40 के पार की उम्र में घर खरीदने से पहले कुछ बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए.
ग्राहक का सिबिल स्कोर अच्छा है, तो वह आसानी से होम लोन प्राप्त कर सकता है. 750 से ऊपर का सिबिल स्कोर अच्छा माना जाता है.