किसी भी इंसान के लिए उम्र में 40 के पार होना काफी अहम होता है. इस वक्त वह अपने करियर के बीच होता है और बड़े लक्ष्य की ओर बढ़ता है. इस समय लोगों को अपने सपने का घर लेने की भी जरूरत महसूस होती है. हालांकि, घर खरीदने का फैसला एक बड़ा निर्णय होता है. इसलिए इस उम्र में घर खरीदने से पहले कुछ बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए.
इन दिनों दूसरों को देखकर अपने फैसले लेना आम चलन हो गया है. आपको इससे प्रभावित होकर अपनी सोच को दरकिनार नहीं करना चाहिए. क्योंकि हो सकता है कि आपकी जरूरतें दूसरों से बिलकुल अलग हो. इसलिए सबसे पहले अपनी जरूरतों को समझें. आपका फैसला, आपके परिवार की जरूरतों और लोकेशन की सहूलियत पर आधारित होनी चाहिए. घर का साइज आपकी फैमिली के मुताबिक होनी चाहिए. इसी तरह उसका लोकेशन आपके ऑफिस या आपके बच्चों के स्कूल के पास होनी चाहिए.
आजकल वर्क फ्रॉम होम और ऑनलाइन क्लासेस का भी चलन बढ़ गया है, हो सकता है कि आपको घर में एक शिफ्ट ऑफिस और क्लासरूम की जरूरत हो. इसलिए घर खरीदते समय डेवलपरों के लुभावने ऑफर से प्रभावित होने से बचना चाहिए.
उम्र के इस दौर में आपके कई बड़े खर्चे हो सकते हैं, जिनके लिए आपको ज्यादा रकम की जरूरत होती है इसलिए आपके पास फाइनेंशियल प्लानिंग होना बहुत जरूरी है. वहीं आप अगले छह महीनों में मकान खरीदने के बारे में सोच रहे हैं तो सबसे पहले अपनी जमा पूंजी का हिसाब कर लेना चाहिए. ओवर इन्वेस्टमेंट करना ठीक नहीं होगा. वहीं शेयरों में बहुत अधिक इन्वेस्ट करने से बचें. क्योंकि अभी बाजार में तेजी है और हो सकता है कि घर खरीदते समय इसमें गिरावट देखने को मिले. ऐसे में आपको आने वाले दिनों में दिक्कत हो सकती है.
यदि आप होमलोन लेने जा रहे हैं, तो अपना क्रेडिट स्कोर जरूर चेक कर लें. अगर इसमें कोई कमी है तो उसे पहले दूर कर लें. पहले से लोन सैंक्शन करना बेहतर होगा. इससे आपको मोलभाव करते समय आसानी होगी, क्योंकि आपको लोन अमाउंट की जानकारी होगी. इसके अलावा, लोन उतना ही लें जिसे आप आसानी से चुका सकें. इस दौरान इमरजेंसी फंड की तैयारी भी रखनी चाहिए. ताकि किसी आपात स्थिति में भी आप लोन की EMI चुकाते रहें.
बहुत से लोगों के लिए लोन लेना जरूरी हो जाता है. इस उम्र में आपकी वर्क लाइफ कम होती जाती है और लोन की अवधि कम रखने से आपको ज्यादा EMI देनी पड़ सकती है. ज्यादातर बैंक 20 साल से अधिक की अवधि के लोन नहीं देना चाहते. माना यह भी जा रहा है कि आने वाले समय में ब्याज दरें अधिक होंगी, इसलिए आपको लोन की दरों को लेकर भी सावधान रहना चाहिए. यदि दरें बढ़ती हैं तो बैंक लोन की अवधि में इजाफा न करें. ऐसी स्थिति में आपको ज्यादा EMI देनी पड़ सकती है. इसलिए सभी संभावनाओं को ध्यान में रखते हुए होम लोन लें.
हो सकता है कि मकान खरीदना आपकी प्राथमिकताओं में शामिल हो, लेकिन संभव है कि आपके कुछ और भी फाइनेंशियल टारगेट हों. यदि आपके परिवार में को टीनएजर है तो आने वाले दिनों में उसकी पढ़ाई पर आपको अधिक खर्च करना पड़ सकता है. आपको उसके एजुकेशन फंड को बिगाड़ना नहीं चाहिए. इसी तरह मकान खरीदने के लिए अपने रिटायरमेंट फंड को भी खत्म नहीं करना चाहिए.
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