Home Loan: कोई भी बैंक होम लोन या दूसरा कोई कर्ज देने से पहले यह सुनिश्चित करना चाहता है कि आप ये लोन चुका पाएंगे या नहीं.
Personal Loan: कम क्रेडिट स्कोर वाला व्यक्ति गारंटर का विकल्प चुन सकता है. एनबीएफसी से भी ऋण मिलने की भी अधिक संभावना है
Credit Card: क्रेडिट कार्ड पर कई तरह के चार्ज लगते हैं जो आपके लिए जानना जरूरी है. इसमें फ्यूल भरवाने पर लगने वाले सरचार्ज से लेतर बकाया पर लगने वाले चार्ज शामिल हैं.
मार्केट एक्सपर्ट्स का कहना है कि Home Loan पर कम ब्याज दरों का दौर अगले छह महीने से लेकर एक साल तक जारी रह सकता है.
credit cards का खरीदारी और बिल्स के पेमेंट में काफी इस्तेमाल होता है. लेकिन, इसके समझदारी से इस्तेमाल से आप पैसे बचा सकते हैं.
debt-to-income ratio क्या है, ये कितना होना चाहिए और क्या इसका असर क्रेडिट स्कोर पर पड़ता है...यहां आपको सभी सवालों के जवाब मिलेंगे.
Cibil Score: व्यक्ति की क्रेडिट प्रोफाइल का आइना कहा जाने वाला क्रेडिट स्कोर (Cibil Score) 3 अंको का नंबर है. इसकी रेंज 300 से 900 के बीच होती है.
अगर क्रेडिट स्कोर (Credit Score) कम है और आप लोन लेना चाहते हैं तो बैंक या फाइनेंशियल कंपनियां आपको लोन देने में आनीकानी कर सकती हैं.
अगर कोई कस्टमर लगातार छह महीने तक Credit Card का न्यूनतम अमाउंट भी नहीं चुका पाता है तो उसे डिफॉल्टर लिस्ट में डाल दिया जाता है.
Loan Application: सिबिल स्कोर अच्छा न होने, बैंक खाता न होने जैसे कारणों से बैंक लोन देने के लिए मना कर सकते हैं.