किसी भी व्यक्ति का क्रेडिट स्कोर उसकी फाइनेंशियल कंडीशन के बारे में बताता है. क्रेडिट स्कोर का इस्तेमाल जल्द ही लोन और क्रेडिट कार्ड आवेदन से परे सेवाओं के अलावा प्रोफाइल के मूल्यांकन के लिए किया जाएगा. आइए जानते हैं कि कैसे खराब क्रेडिट स्कोर आपकी फाइनेंशियल लाइफ पर असर डाल सकता है.
ज्यादा क्रेडिट स्कोर वालों को जहां आसानी से लोन मिल जाता है, वहीं कम क्रेडिट स्कोर वालों के लिए लोन पाना कठिन है. खराब क्रेडिट स्कोर आपके लोन एप्लीकेशन को खारिज कर सकता है, जबकि ज्यादा क्रेडिट स्कोर वालों को कम ब्याज दर पर प्राथमिकता के आधार पर लोन दिया जाता है.
कई बैंक लोन ब्याज दर का निर्धारण करते समय जोखिम-आधारित मूल्य का भी पालन करते हैं. जबकि दूसरी तरफ बैंक कम क्रेडिट स्कोर वालों को ज्यादा ब्याज दर पर लोन देकर हायर क्रेडिट रिस्क लेकर भरपाई का प्रयास करते हैं. खराब क्रेडिट स्कोर के कारण आपको ज्यादा ब्याज दर पर लोन मिलता है.
लोन के जैसे क्रेडिट कार्ड जारी करते वक्त बैंक क्रेडिट स्कोर का खास ख्याल रखते हैं. क्रेडिट कार्ड एप्लीकेशन क्रेडिट स्कोर के आधार पर ही तय होती है. यहां तक कि खराब क्रेडिट हिस्ट्री के कारण एप्लीकेशन खारिज कर दी जाती हैं. इसलिए, अच्छा क्रेडिट स्कोर होने से व्यक्ति तुरंत क्रेडिट कार्ड से जुड़े कई फायदों को उठा सकता है. जो बैंक द्वारा दिए जाते हैं.
अक्सर बैंक कम ब्याज दर पर लोन ट्रांसफर का ऑफर देते हैं. इसमें व्यक्ति अपना लोन एक बैंक से दूसरे बैंक में कम ब्याज पर ट्रांसफर कर सकता है. इस विकल्प के तहत, नया बैंक मौजूदा बैंक का बकाया लोन की राशि का भुगतान करके ऋण देता है. जबकि नई लोन एप्लीकेशन के मामलों में बैंक या ऋणदाता लोन लेने वाले शख्स के क्रेडिट स्कोर और क्रेडिट प्रोफाइल को देखकर बैलेंस ट्रांसफर एप्लीकेशन को आगे बढ़ाते हैं. इसके अलावा, वे ट्रांसफर्ड लोन की ब्याज दर निर्धारित करने के लिए व्यक्ति के क्रेडिट स्कोर और क्रेडिट हिस्ट्री की जांच करते हैं. जिन लोगों का क्रेडिट स्कोर कम होता है, उनके बैलेंस ट्रांसफर की एप्लीकेशन के पास होने के उतने ही कम चांस होते हैं.
कई बैंक और ऑनलाइन फाइनेंशियल मार्केटप्लेस लोगों को उनकी क्रेडिट रैंकिंग और क्रेडिट हिस्ट्री के आधार पर प्री-अप्रूव्ड लोन और क्रेडिट कार्ड ऑफर करते हैं. प्री-अप्रूव्ड लोन आमतौर पर बेहतर फीचर्स, कम ब्याज और प्रोसेसिंग में लगने वाले कम वक्त के साथ ऑफर किए जाते हैं. ऐसे प्री-अप्रूव्ड लोन और क्रेडिट कार्ड ऑफर उन्हीं लोगों को मिलते हैं, जिनका क्रेडिट स्कोर अच्छा होता है. इसके आधार पर व्यक्ति बैंक से लोन पर ज्यादा बेहतर ब्याज दर की डील कर सकता है. फीस और लोन शुल्क
ब्याज की दर जैसे, कुछ बैंक अच्छे क्रेडिट स्कोर वालों से न सिर्फ कम शुल्क लेते हैं बल्कि प्रोसेसिंग फीस को भी माफ कर देते हैं. बड़े लोन के केस में यह देखते हुए कि लोन एप्लीकेशन चरण के दौरान लागू प्रसंस्करण शुल्क और अन्य शुल्क एक महत्वपूर्ण राशि का गठन कर सकते हैं, विशेष रूप से बड़े टिकट ऋण के मामले में, कम क्रेडिट स्कोर वाले इस विकल्प का लाभ उठाने से वंचित हो सकते हैं.
अगर किसी का क्रेडिट स्कोर खराब है तो वो कुछ आसान कदम उठाकर अपने स्कोर को सुधार सकते है. जैसे क्रेडिट कार्ड से होने वाले खर्च को 30 फीसदी से कम रखें, समय पर क्रेडिट कार्ड के बिल जमा करें, तय समय पर अपनी ईएमआई को भरें, समय-समय पर अपने क्रेडिट रिपोर्ट का रिव्यू करें, हेल्थ क्रेडिट मिक्स को मेंटेन करें, गारंटीड/को-साइन लोन की निगरानी करें और कम समय में लोन और क्रेडिट कार्ड की एप्लीकेशन न डालें.
नए ग्राहकों के लिए जिन्होंने कभी लोन नहीं लिया और क्रेडिट कार्ड इस्तेमाल नहीं किया है, वो भी क्रेडिट कार्ड के लिए आवेदन करने के बाद अनुशासित ढंग से समय के साथ इस्तेमाल कर अपना स्कोर सुधार सकते हैं. समय पर क्रेडिट कार्ड का भुगतान करें और समय से रि-पेमेंट करें.
(लेखिका Paisabazaar.com की चीफ प्रोडक्ट ऑफिसर हैं)
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