पब्लिक प्रोविडेंट फंड में आपको अकाउंट एक्टिव रखने के लिए एक वित्त वर्ष में न्यूनतम 500 रुपये निवेश करना होता है.
Smallcase: SEBI-रजिस्टर्ड प्रोफेशनल्स तैयार और मैनेज करते हैं. स्मॉलकेस के जरिए डायवर्सिफाइड पोर्टफोलियो खरीदने का मौका मिलता है.
PPF Vs VPF: पीपीएफ (PPF) में एक वित्त वर्ष में अधिकतम 1.5 लाख रुपये निवेश किये जा सकते हैं.
PPF Vs VPF: पीपीएफ (PPF) में एक वित्त वर्ष में अधिकतम 1.5 लाख रुपये निवेश किये जा सकते हैं.
PPF Vs VPF: पब्लिक प्रोविडेंट फंड में आपको अकाउंट एक्टिव रखने के लिए एक वित्त वर्ष में न्यूनतम 500 रुपये निवेश करना होता है.
VPF: वॉलेंट्री प्रोविडेंट फंड EPF खाते का ही एक्सटेंशन है. इसमें कोई भी व्यक्ति अपने EPF खाते में अपने मन मुताबिक अतिरिक्त कंट्रीब्यूशन कर सकता है
प्रोविडेंट फंड (पीएफ) में सालाना 2.5 लाख रुपए से ज्यादा के कॉन्ट्रिब्यूशन पर मिलने वाले ब्याज पर टैक्स लगेगा. इससे कुछ हद तक इस टैक्स-फ्री विकल्प की चमक घट गई है. लेकिन, तमाम फिक्स्ड इनकम ऑप्शन में वॉलेंटरी प्रोविडेंट फंड (Voluntary Provident Fund) यानि VPF अब भी सबसे अच्छा ऑप्शन है. आइए, यहां जानते हैं […]
Voluntary Provident fund: कर्मचारी भविष्य निधि (EPFO) के दायरे में आने वाली कंपनियां अपने कर्मचारी का प्रोविडेंट फंड काटती हैं. इसे ही EPF कहा जाता है. EPF में एम्प्लॉयर और एम्प्लॉई दोनों तरफ से योगदान होता है. एम्प्लॉई की सैलरी (बेसिक+DA) का 12 फीसदी प्रोविडेंट फंड खाते में जमा होता है. इतना ही शेयर कंपनी […]