1 फरवरी को पेश किए गए बजट में Finance Minister Nirmala Sitharaman ने यूनिट-लिंक्ड इंश्योरेंस प्लान को लेकर बड़ा ऐलान किया है. ULIP के टैक्सेशन को लेकर लंबे समय से चल रही उलझन को आखिरकार दूर कर दिया गया है. इससे पहले कई निवेशक और यहां तक कि टैक्स एक्सपर्ट भी इस बात को लेकर असमंजस में रहते थे कि ULIP से होने वाले मुनाफे पर टैक्स कैसे लगेगा? क्या है पूरा मामला? जानिए Money9 के इस वीडियो में-
कहां से आसानी से निकाल सकते हैं पैसा, कहां मिलेगा ज्यादा फायदा? जानने के लिए देखिए Money9 का खास शो मुकाबला.
जरूरत और स्कीम देखकर नई स्कीम में करें निवेश
जीवन बीमा कंपनियां अपना कारोबार बढ़ाने के लिए NFO लेकर आ रही हैं जो किसी विशेष फंड या सेक्टर पर आधारित हैं. बीमा कंपनियां NFO क्यों लेकर आती हैं? इन NFO में निवेश करना चाहिए या नहीं? इस तरह के तमाम सवालों के बारे में जानने के लिए देखिए चैन की सांस का यह शो-
बुआ से जानो जब टैक्स बचाने के लिए कोई ULIP खरीदने के लिए फोन करें तो क्या करें? सुनिए मनी कॉमिक सुनिए 'मनी कॉमिक'.
निवेश के लिए कैसा है Unit Linked Insurance Plan (ULIP) का विकल्प? बीमा के इस प्रोडक्ट के जरिए इक्विटी में निवेश करें या फिर म्यूचुअल फंड है बेहतर?
निवेशक अपनी पसंद के मुताबिक अपने पैसे विभिन्न फंडों में लगा सकता है. चाहे वह इक्विटी फंड हो या फिर डेट फंड या फिर दोनों का मिश्रण.
टर्म प्लान में प्रीमियम चुकाने के बाद आपको किसी भी तरह का मैच्योरिटी बेनिफिट नहीं मिलता. सिर्फ आपकी मृत्यु होने पर नोमिनी को तय राशि मिलती हैं.
ULPP इन्वेस्टमेंट और इंश्योरेंस का मिश्रित रूप है. इसके जरिए रिटायरमेंट के बाद की वित्तीय जरूरतों को पूरा कर सकते हैं. ULPP लंबी अवधि वाले निवेश हैं.
ULIP: निवेशकों द्वारा चुने गए फंड के आधार पर, यूलिप प्रीमियम का एक हिस्सा विभिन्न इक्विटी फंड, डेट फंड या दोनों में ही निवेश किया जाता है.