Retirement Planning: PGIM इंडिया के रिटायरमेंट रेडिनेस सर्वे में 51 प्रतिशत लोगों ने कहा है कि उन्होंने अब तक रिटायरमेंट प्लान नहीं तैयार किया है
रिटायरमेंट के लिए निवेश जल्दी शुरू करें, भले ही कम रकम के साथ शुरू करें पर एक ऐसी रकम जुटाएं जो सिर्फ रिटायरमेंट के लिए बनाई गई योजना में लगानी हो.
सीनियर सिटीजन या जो रिटायरमेंट के करीब हैं उन्हें लिक्विडिटी पर ज्यादा फोकस करना चाहिए. कई सीनियर सिटीजन रियल रेट ऑफ रिटर्न के कॉन्सेप्ट से अनजान हैं.
Retirement Planning: रिटायरमेंट प्लानिंग जैसे लॉन्ग-टर्म इन्वेस्टमेंट पर महंगाई का असर पड़ता है. एक दशक बाद आपके मौजूदा निवेश कम पड़ सकते हैं
एक गलती है जो लोग करते हैं वह है रिस्क लेने से बचना और उनका इक्विटी में निवेश नहीं के बराबर है. लेकिन इक्विटी में निवेश न करना अपने आप में रिस्क है.
उम्र के इस मोड़ पर होने वाले मेडिकल खर्चों के लिए, महंगाई को मात देने के लिए, अचानक आए खर्च से निपटने के लिए रिटायरमेंट प्लानिंग जरूर होनी चाहिए.
भारतीय निवेश के लिए गोल्ड पर भरोसा करते हैं. ये रेगुलर इनकम नहीं देता जबकि बढ़ती कीमत के कारण गोल्ड ने लॉन्ग टर्म में अच्छा रिटर्न दिया है.
रिटायरमेंट प्लानिंग बहुत जरूरी है. आप जितने कम उम्र में बचत के लिए सोचेंगे उतना ही बेहतर होगा.
Retirement Planning में अगर चूक हुई तो नुकसान उठाना पड़ सकता है. लेकिन, सवाल यही उठता है आखिर क्या किया जाए, जिससे नुकसान होने से बच जाएं?