आशीष कहते हैं कि 500-600 तरह के इक्विटी म्यूचुअल फंड मे से अपने लिए सही फंड चुनने की माथापच्ची से बचना है तो पैसिव फंड आसान हैं.
Passive Fund: एक्टिवली मैनेज्ड फंड से अधिक पैसिव फंड क्यों निवेशकों को आकर्षित कर रहे हैं? जानिए व्हाइट ओक कैपिटल मैनेजमेंट के CEO आशीष पी सौमैय्या से
मोतीलाल ओसवाल AMC का यह एनएफओ (NFO) 24 सितंबर 2021 को खुल चुका है और निवेशक 30 सितंबर 2021 तक इसके लिए अप्लाई कर सकते हैं.
बाजार का बढ़िया रिटर्न पाने के लिए नए निवेशक बाजार में आ रहें हैं और पैसिव फंड निवेश की दुनिया में शुरूआत करने वालों के लिए बढ़िया विकल्प है.
क्या आपके पोर्टफोलियो में नये फंड के लिए जगह है? अगर आपके पोर्टफोलियो में उस तरह की स्कीम मौजूद है तो फिर नई स्कीम को शामिल करने की जरूरत नहीं.
Index Fund: कंप्लीट सर्कल कंसल्टेंट के को-फाउंडर गुरमीत चड्ढा ने इंडेक्स फंड से जुड़े लोगों की उलझनों को किया हल, जानें ये फंड कैसे करते हैं काम
अगर लार्ज कैप में ही निवेश करना है तो पैसिव फंड चुनिए और स्मॉल, मिड या फ्लेक्सी कैप की कैटेगरी में निवेश करना है तो एक्टिव फंड चुन सकते हैं.
एक्टिव इन्वेस्टिंग में खरीद-बिक्री से जुड़े फैसले जल्दी लिए जाते हैं, जबकि पैसिव निवेश में चुने गए स्टॉक्स को लंबे समय तक होल्ड किया जाता है.
आदित्य बिड़ला सन लाइफ निफ्टी 50 ईक्वल वेट इंडेक्स फंड (ABSL Nifty 50 Equal Weight Index Fund) का NFO खुला है जिसमें 500 रुपये में भी निवेश शुरू किया जा सकता है.
Funds Vs Index: एक अप्रैल की NAV के आधार पर अगर इन फंड्स की तुलना करें तो इन्होंने सेंसेक्स और निफ्टी को बड़े मार्जिन से पीछे छोड़ा है.