Index vs Mutual funds: वित्त वर्ष 2021-22 में शेयर बाजार ने निवेशकों को जमकर कमाई कराई है. स्टॉक मार्केट (Stock Market) इंडेक्स सेंसेक्स (Sensex) और निफ्टी (Nifty) पिछले वित्त वर्ष में 70 फीसदी तक दौड़े हैं. एक ऐसा साल जब हर जगह कोरोना ने नाउम्मीदी बिखेरी तब निवेशकों के लिए शेयर बाजार बड़े मुनाफे वाला साबित हुआ. लेकिन, शेयर बाजार में बेहतरीन रिटर्न के साथ ही अपने जोखिम है. किसी एक शेयर में निवेश करने पर ये जोखिम और बढ़ जाता है और यही वजह है म्यूचुअल फंड्स (Mutual Funds) में नए निवेशकों का रुझान ज्यादा होता है. म्यूचुअल फंड्स में निवेश ना सिर्फ समझना आसान है बल्कि इसकी प्रक्रिया भी सरल है. साथ ही, अगर आप एक्टिव म्यूचुअल फंड चुनते हैं तो आपके पैसे के निवेश पर फैसले एक एक्सपर्ट फंड मैनेजर लेता है. उसके सामने चुनौती होती है बेंचमार्क को मात देने की.
फंड्स ने दिया इंडेक्स से ज्यादा रिटर्न
बेंचमार्क को अगर फंड मात नहीं दे पाता तो उसे अंडर-परफॉर्मेंस कहते हैं. इंडेक्स फंड (Index fund) जो कि पैसिव फंड हैं, उनमें इस अंडर-परफॉर्मेंस का डर नहीं रहता क्योंकि वे इंडेक्स की ही चाल के मुताबिक चलते हैं, इनमें खर्च भी कम होता है लेकिन एक्टिव फंड आपको मौका देते हैं बेंचमार्क से भी ज्यादा रिटर्न पाने का. ऐसे ही कुछ फंड्स रहे हैं जिन्होंने वित्त वर्ष 2020-21 में सेंसेक्स के 70 फीसदी से भी ज्यादा रिटर्न दिए हैं.
इस चार्ट में अगर आप गौर करें तो देखेंगे कि इन फंड्स ने एक साल की अवधि में सेंसेक्स-निफ्टी से बेहतर रिटर्न दिए हैं. इन फंड्स ने अपने बेंचमार्क को भी मात दी है. हर फंड का अपनी कैटेगरी के मुताबिक एक बेंचमार्क होता है. जैसे मिडकैप शेयरों में निवेश वाले फंड का बेंचमार्क इंडेक्स एक मिडकैप इंडेक्स ही होगा. इन फंड्स ने सेंसेक्स-निफ्टी के साथ अपने बेंचमार्क से भी बेहतर रिटर्न दिए हैं.
इनमें से अधिकतर लार्ज एंड मिडकैप कैटेगरी के फंड्स हैं. इन फंड्स में आम लार्जकैप फंड से थोड़ा ज्यादा जोखिम होता है लेकिन इन्होंने अपने प्रदर्शन में बेहतर रिटर्न दिखाए हैं. कोटक इमरजिंग इक्विटी फंड ने एक वर्ष में 98 फीसदी रिटर्न दिए हैं जबकि निप्पॉन इंडिया ग्रोथ फंड ने इस दौरान 91 फीसदी के रिटर्न दिए हैं. मिराए एसेट इमरजिंग ब्लूचिप ने भी 89 फीसदी से ज्यादा की कमाई कराई है. बाकी फंड्स ने भी 75 फीसदी के करीब के रिटर्न दिए हैं.
Index Vs Mutual Funds: एक अप्रैल की NAV के आधार पर अगर इन फंड्स की तुलना करें तो इन्होंने सेंसेक्स और निफ्टी को बड़े मार्जिन से पीछे छोड़ा है. सिर्फ एक साल में ही नहीं, बल्कि लंबी अवधि यानि 5 साल के निवेश में भी इन फंड्स का प्रदर्शन अच्छा रहा है. फाइनेंशियल एडवाइजर्स की सलाह होती है कि वो फंड चुने जो महंगाई दर के आकलन के बावजूद आपको अच्छी कमाई करा रहा हो. एक्टिव फंड्स में एक्सपेंस रेश्यो अक्सर इंडेक्स फंड से ज्यादा होता है क्योंकि इसमें फंड मैनेजमेंट के चार्ज देने होते हैं. लेकिन अगर आपका एक्टिव फंड एक्सपेंस रेश्यो कटने के बावजूद इंडेक्स से इतना बेहतर रिटर्न दे रहा हो तो इसमें क्यों ना निवेश किया जाए?
1 Year Return | 5 Year (CAGR) | |
Mirae Asset Emerging Bluechip Fund (D) | 89.74% | 22.70% |
Canera Robeco Emerging Equities Fund | 76.34% | 19.64% |
Kotak Equity Opportunities Fund | 75.53% | 17.59% |
Tata Large & Mid Cap Fund | 76.46% | 15.70% |
Motilal Oswal Large and Midcap Fund | 74.12% | – |
Nippon India Growth Fund | 91.07% | 17.59% |
Kotak Emerging Equity Fund | 98.48% | 19.64% |
Invesco India Mid Cap Fund | 79.67% | 18.62% |
DSP Midcap Fund | 75.23% | 17.93% |
Axis Midcap Fund | 71.18% | 20.41% |
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