सरकार आलू, प्याज और टमाटर की फसलों की आवाजाही की अड़चनों को दूर करने के लिए एक पायलट योजना पर काम कर रही है.
अधिसूचना के जारी होने से पहले भुगतान किए जा चुके निर्यात शुल्क का रिफंड नहीं होगा.
देश के कई शहरों में औसत भाव 80 रुपए प्रति किलो के ऊपर निकल गया है
ग्राहकों को राहत देने के लिए केंद्र ने ‘बफर स्टॉक’ से बिक्री बढ़ाने का फैसला किया है
दिसंबर तक प्याज की कीमतों में तेजी जारी रह सकती है
मानसून के महीनों के दौरान, प्याज की आपूर्ति पिछले सीज़न की रबी फसल से होती है
शुरुआती सत्र में प्याज की कीमतें न्यूनतम 1,000 रुपये प्रति क्विंटल, अधिकतम 2,541 रुपये प्रति क्विंटल और औसत 2,100 रुपये प्रति क्विंटल रहीं
हड़ताल की वजह से जिले में कृषि उपज बाजार समितियों (APMC) में प्याज की नीलामी रुक गई है
1 अगस्त को लासलगांव मंडी में प्याज का औसत भाव 1370 रुपए प्रति क्विंटल था जो 1 सितंबर को बढ़कर 2201 रुपए हो गया
KYC के लिए क्या है वैकल्पिक समाधान? त्योहारी सीजन पर क्यों महंगी नहीं होगी Sugar? घर खरीदारों की शिकायतों का कौन करेगा निपटान? महंगाई से क्यों नहीं मिलेगी अभी राहत? अप्रैल-अगस्त में कैसी रही भर्ती गतिविधियां? जानने के लिए देखें Money Morning का नया एपिसोड.