म्यूचुअल फंड (MF) में निवेश शुरू करते समय हम फंड की रिटर्न हिस्ट्री देखते हैं. बाजार में उतार-चढ़ाव के दौरान फंड का प्रदर्शन देखते हैं.
"निवेशकों को फंडामेंटली स्ट्रॉन्ग शेयरों को होल्ड करना चाहिए गिरावट के समय उन्हें और लेना जारी रखना चाहिए."
मनी 9 हेल्पलाइन ने म्यूचुअल फंड्स से जुड़े ऐसे मिथकों को खत्म करने और तथ्यों को समझाने में मदद करने के लिए मनी मंत्र के विरल भट्ट से बातचीत की.
Investment: नए निवेशक को छोटी शुरुआत करनी चाहिए ताकि ट्रेडिंग ऑर्डर, सेटलमेंट, DP अकाउंट जैसी बारीकियों को समझ सके.
Mutual Funds: म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री की ओवरऑल एसेट अंडर मैनेजमेंट (एयूएम) साल दर साल 41% बढ़कर 31.4 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गई.
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 183 अंकों की गिरावट के साथ 15,735 पर जा पहुंचा. बीएसई मिडकैप इंडेक्स भी 0.33 फीसदी नीचे आ पहुंची है.
Mutual Fund: म्यूचुअल फंड में आप किस मकसद से निवेश करना चाहते हैं इस बात को ध्यान रखते हुए म्यूचुअल फंड का चुनाव करें.
छोटे निवेशक ETF को ज्यादा पसंद कर रहे हैं. लॉर्ज कैप शेयरों पर अच्छा निवेश हो रहा है. जबकि इसी सेगमेंट में एक्विट फंड पीछे रहे हैं.
10 साल के लिए 12 फीसदी रिटर्न का सोचा था मगर आपको 15 फीसदी रिटर्न मिल गया और आपका गोल हासिल हो गया.
म्यूचुअल फंड खोजने के लिए, निवेशकों के जोखिम प्रोफाइल, निवेश उद्देश्य और अवधि के आधार पर फंड का चयन किया जाना चाहिए.