Mutual Funds: आप एसेट मैनेजमेंट कंपनी, एग्रीगेटर, म्यूचुअल फंड डिस्ट्रिब्यूटर, रजिस्टर्ड इंवेस्टमेंट एड्वाइजर के जरिए निवेश कर सकते हैं.
RIAs: इंडिया लाइजन के कंट्री हेड राजेश कृष्णमूर्ति बताते हैं कि भले फाइनेंशियल एडवाइजर्स की संख्या कम है, लेकिन शुरुआत ऐसे ही होती है.
Retirement Planning: 6 या 7 डिजिट वाली महीने की सैलरी की जरूरत नहीं है. इसके लिए सिर्फ आपको चाहिए बेहतर प्लानिंग और अनुशासन का पालन.
REITs: REITs मूल रूप से म्यूचुअल फंड की तरह हैं. जहां निवेशक संपत्ति के पोर्टफोलियो को खरीदने के लिए पैसे जमा करते हैं.
index funds: ये फंड मार्केट या सेक्टर के इंडेक्स को ट्रैक करते हैं. ये किसी एक स्टॉक, डेट या कंपनी से लिंक्ड नहीं होते हैं.
नई पीढ़ी निवेश में पुराने तरीकों की बजाय सोशल मीडिया को पसंद करती है. YouTube, Instagram और Twitter के ऐसे ही सितारों के बारे में हम यहां बता रहे हैं.
बॉन्ड में कैसे औऱ कहां से निवेश किया जा सकता है. बॉन्ड में निवेश करने के कई फायदे है, लेकिन बॉन्ड मार्केट थोडा जटिल है.
ब्रोकर या बैंक या म्यूचुअल फंड (Mutual Fund) के जरिए निवेश कर सकते है. अब तो कई फिनटेक कंपनियां भी बॉन्ड में निवेश के विकल्प देती है.
Mutual Funds: म्यूचुअल फंड (Mutual Funds) का इन्वेस्टर बेस मार्च 2017 के अंत में 1.19 करोड़ से 30 जून 2021 तक दोगुना होकर 2.39 करोड़ हो गया.
Mutual Funds: म्यूचुअल फंड में पहली बार निवेश करने वाले निवेशकों के लिए हाइब्रिड फंड सबसे बेहतर साबित होंगे.