अप्रैल-जुलाई की अवधि में टैक्स कलेक्शन फाइनेंशियल ईयर 2020 की पहली तिमाही में 3.39 लाख करोड़ रुपये से बढ़कर 5.29 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गया.
भारत में सरकारी पेंशन पाने वालों की संख्या बहुत कम है. इससे यह महत्वपूर्ण हो जाता है कि नागरिक NPS और अटल पेंशन योजना जैसी स्कीमों में निवेश करें.
भारत में सेमीकंडक्टर चिप का सीमित स्टॉक ऑटो इंडस्ट्री के लिए चिंता का कारण बना हुआ है. कारों के ज्यादातर मॉडल पर 6 से 7 महीने की वेटिंग मिल रही है.
इस योजना ने 43.04 करोड़ लोगों को बैंकिंग के दायरे में ला दिया है. यह संख्या अमेरिका और यूके की कुल आबादी से भी अधिक है और यह संख्या लगातार बढ़ रही है.
सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी (CBDC) के फिएट करेंसी के समान होने की उम्मीद है और इसे फिएट करेंसी के साथ एक्सचेंज किया जा सकेगा. इसका केवल रूप अलग होगा.
1 Crore Vaccine Doses: खतरा अभी टला नहीं है. नागरिकों, सरकारों और अधिकारियों को वैक्सीनेशन की इस गति को बरकरार रखना होगा. सबको डबल डोज लगवानी होंगी
डिजिटल भुगतान कंपनी Ezetap ने पिछले साल के महामारी की चपेट वाले महीने फरवरी 2020 की तुलना में इस साल जुलाई में ईएमआई वॉल्यूम में 220% की तेजी दर्ज की.
Drone News: नए नियमों से ड्रोन खरीदना, ऑपरेट करना और उसका लाइसेंस पाना आसान हुआ है. हालांकि, नेशनल सिक्योरिटी को लेकर चिंताएं भी बढ़ी हैं
अर्थव्यवस्था में मांग को बढ़ाना एक जटिल मामला है और बहुत कुछ उपभोक्ता भावना पर निर्भर करता है.
VAT Burden: टैक्स का बोझ हल्का करने की सख्त जरूरत है. खासतौर पर फ्यूल पर लगने वाले कर का भार, ताकि जनता को कुछ राहत मिल सके