Investment in IPO: किसी कंपनी का वित्तीय विश्लेषण करते समय निवेशकों को उसकी तुलना संबंधित सेक्टर की अन्य सूचीबद्ध कंपनियों के साथ करनी चाहिए.
बीमा कंपनी LIC, आईपीओ का अब 60 फीसदी तक बीमा कारोबार लिस्टेड कंपनियों के पास आ जाएगा. यह जानकारी वित्त मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव अमित अग्रवाल ने दी है
ज्यादातर रिटेल इन्वेस्टर्स का इन IPOs में नंबर ही नहीं लगता. कुछ खुशकिस्मत निवेशकों को अगर अलॉटमेंट मिलता भी है तो केवल एक लॉट मिलता है.
General Insurance Companies: नेशनल इंश्योरेंस, ओरिएंटल इंश्योरेंस, यूनाइटेड इंडिया इंश्योरेंस को मिलकर लगभग 5,000 करोड़ रुपये की जरूरत है.
कैश मैनेजमेंट कंपनी सीएमएस इन्फो सिस्टम्स (CMS Info Systems) ने मार्केट रेगुलेटर सेबी के पास निशियल पब्लिक ऑफर (IPO) के लिए आवेदन किया है.
31 मई तक कंपनी के पास म्यूचुअल फंड डिस्ट्रीब्यूशन बिजनेस से 33,315.95 करोड़ रुपये एयूएम थी, जिसमें से 88.63% इक्विटी-ओरिएंटेड थी.
IPO में रिटेल निवेशकों के हाथ खाली रह जाते हैं. Edelweiss की MD राधिका गुप्ता कहती हैं कि हम अपने IPO Fund के जरिए इस परेशानी का हल दे रहें हैं.
Ixigo: कंपनी में इस समय सैफ पार्टनर्स की 23.97, माइक्रोमैक्स की 7.61, आलोक बाजपेयी की 9.18 और रजनीश कुमार की 8.79 प्रतिशत हिस्सेदारी है.
Sapphire Foods IPO: देवयानी इंटरनेशनल के बाद एक और KFC, PIZZA HUT ऑपरेटर ने आईपीओ (IPO) के लिए सेबी के पास पेपर जमा किए हैं.
9 अगस्त को कारट्रेड टेक और नुवोको विस्टास कॉर्पोरेशन के इश्यू पेश हुए. ये सभी कंपनियां बाजार से 14,628 करोड़ रुपये जुटाएंगी.