न केवल बाजार, बल्कि अर्थव्यवस्था के अन्य संकेतक भी रिकवरी का संकेत दे रहे हैं.
इन दोनों IPO के जरिए कुल मिलाकर 2,465 करोड़ रुपये जुटाए जाने हैं. इससे पहले अगस्त में 8 कंपनियां अपने IPO के जरिए 18,243 करोड़ रुपये जुटा चुकी हैं.
IPO: मार्केट एक्सपर्ट्स का मानना है कि भविष्य के दृष्टिकोण से देखें तो कीमतें पहले से ही सीमित हैं, जिससे इजाफे के लिए सीमित स्पेस बचा है.
MapMyIndia IPO: यह IPO पूरी तरह से OFS है, जिसमें मौजूदा शेयरधारकों और एक प्रमोटर द्वारा 75,47,959 इक्विटी शेयरों को बेचने के योजना शामिल है.
रायपुर स्थित श्री बजरंग पावर एंड इस्पात 700 करोड रूपये के इक्विटी शेयर इश्यू करेगी और आय का उपयोग उधारों का भुगतान करने के लिए करेगी.
जबरदस्त लिक्विडिटी, सेकेंडरी मार्केट्स में बनी हुई तेजी और बढ़ रही इंटरनेट इकनॉमी जैसे फैक्टर्स के चलते कंपनियां IPO से जमकर पूंजी जुटा रही हैं.
चीनी सरकार डेटा सुरक्षा और IPO से संबंधित कई टेक कंपनियों पर बैन लगा रही है जिसे देखते हुए बाहरी कंपनियां चीन में इन्वेस्ट करने को लेकर सतर्फ हो गई है
LIC IPO: 15 जुलाई को मर्चेंट बैंकर की नियुक्ति को आवेदन आमंत्रित किए थे. दीपम IPO के लिए 10 बुक रनिंग लीड प्रबंधकों की नियुक्ति की तैयारी कर रहा है.
इस साल में अभी तक 38 से अधिक IPO डी-स्ट्रीट पर आ चुके हैं. इन कंपनियों ने मिलकर 2021 में 71,800 करोड़ रुपये जुटाए हैं.
कोई भी निवेशक GMP चुकाने को इसलिए तैयार होता है क्योंकि इसमें लिस्टिंग पर फायदा होने के ज्यादा आसार होते हैं.