प्राकृतिक या दुर्घटना से मृत्यु होने पर नॉमिनी को पैसा और बच्चों को छात्रवृत्ति मिलती है. शारीरिक या मानसिक विकलांग होने पर भी पैसा मिलता है.
GST On Insurance Premium: साठे ने कहा कि इस क्षेत्र का विकास सिर्फ बीमा कंपनियों की जिम्मेदारी नहीं है, बल्कि सभी को इस दिशा में आगे बढ़ना होगा.
हेल्थ इंश्योरेंस इलाज के खर्चे का कवरेज प्रदान करता है. कम उम्र में इसे कम लागत में खरीद सकते हैं, इसीलिए विशेषज्ञ इसे खरीदने का सुझाव देते हैं.
कोरोना कवच एक क्षतिपूर्ति-आधारित योजना है जहां अस्पताल के बिल की प्रतिपूर्ति पॉलिसी के नियमों और शर्तों के अनुसार बीमित राशि की सीमा तक की जाती है.
डाकघर की 5 वर्षीय टाइम डिपॉजिट स्कीम और सीनियर सीटिजन सेविंग स्कीम (SCSS) को धारा 80C के तहत कर-लाभ के दायरे में रखा गया है.
टैक्स बचाने के लिए बहुत सारे विकल्प उपलब्ध है. आप टैक्स सेविंग बॉन्ड खरीद सकते है या टैक्स-सेविंग FD में निवेश कर सकते है.
Insurance Cover: थर्ड पार्टी इंश्योरेंस में सामने वाली पार्टी को फायदा मिलता है लेकिन वाहन मालिक को नहीं.
अगर आपकी उम्र 50 साल है और अभी तक आपने हेल्थ इंश्योरेंस नहीं लिया हैं, तो SBI जनरल के आरोग्य प्लस प्लान के बारे में सोच सकते हैं.
इस योजना के अंतर्गत देश के सरकारी और निजी अस्पतालों में इलाज की सुविधा मिलती है जो आयुष्मान भारत योजना से सूचीबद्ध हैं.
कई लोगों के लिए यह तय करना मुश्किल है कि आखिर कौन सा हेल्थ इंश्योरेंस प्लान लेना चाहिए. इंडीविजुअल या फैमिली फ्लोटर प्लान.