Q1 GDP Growth: सरकार ने विकास को बढ़ावा देने वाली नीतियों पर काम किया है. अब रोजगार सृजन को प्राथमिकता देने की जरूरत है. जॉबलेस ग्रोथ का फायदना नहीं
Consumption of daily groceries: बिज़ोम के मुताबिक पिछले महीने ग्रामीण बाजारों में बिक्री 24 फीसदी बढ़ी, जबकि शहरी बिक्री जून से 14% बढ़ी.
फरवरी 2021 में शहरी महिला रोजगार महज 5.4 फीसदी था. महामारी के दौरान महिलाओं को ज्यादा परेशानी हुई है.
5% लोगों को वैक्सीन के दोनों डोज लगे हैं और बाजारों व टूरिस्ट स्थलों पर भारी भीड़ हो रही है, ऐसे में तीसरी लहर अर्थव्यवस्था को चोट पहुंचा सकती है.
Manufacturing PMI: ये सूचकांक जुलाई 2020 के बाद पहली बार 50 अंक से नीचे गिर गया. 50 से नीचे का आंकड़ा मैन्युफैक्चरिंग गतिविधियों में संकुचन को दर्शाता
हम आजादी के बाद की सबसे बड़ी उथल-पुथल का सामना कर रहे हैं. ऐसा लग रहा है कि देश एक बार फिर 1991 की तरह से एक दोराहे पर आ खड़ा हुआ है.
बढ़ती बेरोजगारी के साथ कम ब्याज दरें और ऊंची महंगाई दोहरी चोट करते हैं. बुल रन जारी रखने के लिए भारत की अर्थव्यवस्था में ग्रोथ जरूरी है
मई में मैन्युफैक्चरिंग परचेजिंग मैनेजर्स इंडेक्स (PMI गिरकर 50.8 पर आ गया, जो अप्रैल में 55.5 पर था. हालांकि, 50 से ऊपर PMI ग्रोथ दर्शाती है.
GDP: वित्त वर्ष 2021 की चौथी तिमाही - जनवरी से मार्च के बीच 1.6% की ग्रोथ देखने को मिली है. चौथी तिमाही में GVA (ग्रॉस वैल्यू ऐडेड) 3.7% पर आया है.
RBI और SBI के आंकड़ों के मुताबिक, वित्त वर्ष 2020-21 में डिपॉजिट्स बढ़कर 10.6 लाख करोड़ रुपये (प्रोविजनल) पर पहुंच गए हैं.