GDP के आंकड़े से क्या आगे भी ग्रोथ के संकेत मिलते हैं? September Quarter में 6.3% Growth का क्या है मतलब?
फेक रिव्यू करने वालों का अब क्या होगा? क्यों तेल बाजार में मची है उठापटक? क्यों नौकरियों के बाजार में हो रही है हाहाकार?
मूडीज ने घटाया ग्रोथ रेट का अनुमान, विदेशी मुद्रा भंडार में गिरावट, छंटनी कर रही कॉइनबेस, फीचर फोन से होगा बिजली बिल का भुगतान.
IMF समेत कई एजेंसियां भारत की आर्थिक विकास दर के अनुमान को घटा रहे हैं. आइए जानते हैं कि ऐसा क्यों हो रहा है और आप इससे किस तरह प्रभावित हो सकते हैं.
क्या सरकारी खर्च घटाकर रुकेगी महंगाई? GST कंपन्सेशन की क्या उल्टी गिनती शुरू हो गई है? आज के Money Central में इन्हीं मुद्दों पर विस्तार से चर्चा हुई.
शेयर बाजार निवेशकों को इस साल मिलेगा कितना रिटर्न, शुरू हुई पेट्रोल सस्ता करने की कवायद, पहली तिमाही में कैसी रहेगी GDP की विकास दर
वरना बंद हो जाएंगी म्यूचुअल फंड सिप, नए वित्त वर्ष के शुरू होने से पहले GDP ग्रोथ को लेकर आई बुरी खबर, सरकारी कर्मचारियों और पेंशनर्स को मिला तोहफा
बसंत की धूप चुभने लगी है, इसलिए रामू की टपरी पर अड्डा सुबह ही जम जाता है. बगल में अखबार दबाये गुल्लू टूटी बेंच पर टिके थे तो रामू चाय खौलाने लगा.
आंकड़े बताते हैं कि वित्तवर्ष 2020-21 में जीडीपी के अनुपात में नकदी का चलन अपने उच्चतम स्तर 14.5 फीसदी पर पहुंच गया है.
मैन्युफैक्चरिंग, सर्विजेज, GST, कार्ड पेमेंट, CVs, ज्वैलरी, इलेक्ट्रॉनिक्स और रिटेल उत्पादों की बिक्री से अर्थतंत्र में तेज सुधार होने की उम्मीद है.