इस महीने के दौरान व्यापार घाटा यानी आयात और निर्यात के बीच का अंतर 19.1 अरब डॉलर रहा.
GTRI ने कहा कि चीन के साथ बढ़ता व्यापार घाटा चिंता का विषय है, और इस निर्भरता के रणनीतिक निहितार्थ गहरे हैं, जो न केवल आर्थिक बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा आयामों को भी प्रभावित करते हैं.
वाणिज्य मंत्रालय की तरफ से जारी आंकड़ों में यह जानकारी दी गई है
भारत से नीदरलैंड को इलेक्ट्रॉनिक सामान का निर्यात 37 फीसद कम हो गया, जबकि दवाओं और फार्मास्युटिकल निर्यात में 18 फीसद की गिरावट दर्ज की गई
दिसंबर में सोने के आभूषणों का निर्यात 47.32 प्रतिशत बढ़कर 7,508.05 करोड़ रुपए हो गया
अप्रैल-दिसंबर 2023 की अवधि के दौरान 34,96,771 मीट्रिक टन ऑयलमील का निर्यात दर्ज किया गया था
भारत के कुल निर्यात में यूरोपीय यूनियन को होने वाले निर्यात की हिस्सेदारी 15 फीसद से ज्यादा है
भारत और अमेरिका के बीच द्विपक्षीय इलेक्ट्रॉनिक व्यापार में भी 84 प्रतिशत की प्रभावशाली वृद्धि देखी गई है
इस तनाव की वजह से भारत में आयात महंगा हो ही रहा है.
राष्ट्रीय सांख्यिकी ब्यूरो की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार चीन में दिसंबर में उपभोक्ता कीमतों में 0.3 फीसद की गिरावट आई है.