जस्ट डायल कंज्यूमर इनसाइट्स की रिपोर्ट के मुताबिक, टियर- I शहरों में दिल्ली में ई-स्कूटर और ई-वाहनों दोनों की सबसे अधिक मांग देखी गई है.
अभी इसके ब्योरे को अंतिम रूप नहीं दिया गया है, लेकिन हमने अगले वित्त वर्ष में इलेक्ट्रिक वाहन उतारने की प्रतिबद्धता जताई है.
EV tenders: कन्वर्जेंस एनर्जी सर्विसेज लिमिटेड के टेंडर में 21 कंपनियों की प्रस्तावित खरीद योजना के सात गुना बोलियां देखी गईं.
दिल्ली में ई-वाहन पॉलिसी के तहत 4,261 ई-ऑटो परमिट जारी होंगे जिनमें 1,406 परमिट महिलाओं के लिए आरक्षित हैं. रजिस्ट्रेशन की आखिरी तारीख 1 नवंबर है
Electric Vehicle: उत्तराखंड में पर्यावरण अनुकूल वाहनों को बढ़ावा देने और वाहन प्रदूषण कम करने के उद्देश्य से यह कदम उठाया गया.
निप्पॉन इंडिया से पहले, दो एसेट मैनेजमेंट कंपनियों ने EV थीम के आधार पर फंड के लिए आवेदन किया था.
इलेक्ट्रिक व्हीकल मार्केट के क्षमता दिखाने के साथ कुछ फाइनेंशियर, स्टार्टअप और मोबिलिटी सॉल्यूशन कंपनियां EV को लीज पर देने की तैयारी में जुट गई हैं
Ola electric scooters ने 10 हजार महिला कर्मचारियों वाला एक खास कारखाना बनाने का ऐलान किया है. इसका कामकाज पूरी तरह से महिलाए करेंगी.
Turning Three-Wheelers into EV: भारत की सडकों पर चल रहे 60 लाख थ्री-व्हीलर्स के एक बड़े हिस्से को इलेक्ट्रिक वाहनों में बदलने की तैयारी चल रही है.
कंपनी पहले बेंगलुरु से शुरुआत करेगी और ग्राहकों की प्रतिक्रिया का आकलन करेगी. इसके बाद देश के दूसरे प्रमुख शहरों में जाएगी.