खरीफ फसलों की रिकॉर्ड पैदावार और राबी फसलों से अच्छी उम्मीदों से इकॉनमी रफ्तार पकड़ेगी. ग्रामीण मांग बढ़ेगी और मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर का रिवाइवल होगा
Economic Growth: वित्त वर्ष 2022 के लिए IMF की ओर से 9.5 प्रतिशत की दर से आर्थिक वृद्धि के अनुमान बताते हैं कि इकॉनमी के मोर्चे पर प्रोग्रेस हुई है
Gold Loan: जनवरी से मार्च 2021 के बीच सोने की कीमतों में तेजी से गिरावट आई थी, जिसका सामना ऋणदाताओं को करना पड़ा था.
RBI ने फाइनेंशियल ईयर 2021-22 में GDP ग्रोथ के अनुमान में कोई बदलाव नहीं किया है. RBI ने GDP ग्रोथ का अनुमान 9.5% पर बरकार रखा है.
मूडीज इनवेस्टर सर्विस ने पिछले साल भारत की सरकारी साख ‘बीएए2’ से कम कर ‘बीएए3’ कर दी थी.
शहरी आबादी को सोशल मीडिया और स्मार्ट फोन के माध्यम से भ्रामक और फर्जी सूचनाओं के तेजी से प्रसार की चुनौती का सामना करना पड़ा.
सरकार को डिजिटल इकनॉमी के लिए कानूनी ढांचा तैयार करना चाहिए. साथ ही, सरकार को वेंडरों की जवाबदेही के नियमों को और मजबूत बनाना चाहिए.
विश्लेषक कर संग्रह में भी भारी रिकवरी की संभावना जता रहे हैं, जो सरकार को अर्थव्यवस्था को सपोर्ट करने में मदद करेगा.
दूर-दराज के इलाकों तक इंटरनेट की बढ़ती पहुंच बताती है कि सभी भारतवासियों तक वित्तीय सुविधाएं पहुंचाने पर जोर दिया जा रहा है
Economic Growth: मई के दूसरे पखवाड़े के दौरान बिजली की खपत, ई-वे बिल और विदेशी पोर्टफोलियो निवेश प्रवाह में मामूली वृद्धि रही