भारत तेल की अपनी जरूरत का 85% फीसदी हिस्सा इंपोर्ट करता है. और रूस से भारत सबसे ज्यादा क्रूड ऑयल खरीदता है. दिसंबर 2022 में रूस से इंपोर्ट करने वाले क्रूड ऑयल के प्राइस तय किए गए थे लेकिन अब रूस ने इस पर देने वाले डिस्काउंट को कम कर दिया है जिससे आने वाले समय में भारत को क्रूड ऑयल के लिए ज्यादा कीमतें चुकानी पड़ सकती है और सरकार पर देश में पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ाने का दबाव बन सकता है.
Crude Oil के भाव में और कितनी गिरावट बाकी है? सस्ते क्रूड किन कंपनियों को होगा फायदा? Bajaj Housing के IPO पर दांव लगाना चाहिए या नहीं? Money9 पर Money Central देखें और Ajay Kedia तथा Dr Ravi Singh से इन सवालों का जवाब जानें.
50 साल पुरानी संधि को सऊदी ने आखिर क्यों तोड़ा? क्या सऊदी को US से दूर ले गया चीन? क्या पेट्रोडॉलर की जगह पेट्रोयुआन लेगा? तेल के बाजार की कूटनी्ति में किसकी होगी जीत? पेट्रोडॉलर की सऊदी से दूरी से जुड़े हर सवाल के जवाब के लिए देखें इस बार का इकोनॉमिकम.
क्या share market में कल भी आएगी तेजी? Crude Oil में क्यों आने वाला है उबाल? Adani Group के शेयरों में आया कितना उछाल? Milk हुआ कितना महंगा? कितना ज्यादा चुकाना होगा अब Toll Tax? जानने के लिए देखिए Money Time का लेटेस्ट एपिसोड.
ब्रेंट ऑयल वायदा 0.3 फीसद बढ़कर 84.19 डॉलर प्रति बैरल हो गया, जबकि वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट क्रूड वायदा 22:08 ईटी (02:08 जीएमटी) तक 0.2 फीसद बढ़कर 79.70 डॉलर प्रति बैरल हो गया.
विंडफॉल टैक्स को 8,400 रुपए प्रति टन से घटाकर 5,700 रुपए प्रति टन कर दिया गया है
Crude Oil: इंटरनेशनल मार्केट में क्रूड ऑयल 82 डॉलर प्रति बैरल के पार चल रहा है.
कोयला, कच्चा तेल, प्राकृतिक गैस, रिफाइनरी उत्पाद, उर्वरक, इस्पात, सीमेंट और बिजली क्षेत्र की ग्रोथ में इजाफा देखने को मिला है
कच्चे पेट्रोलियम पर विंडफॉल टैक्स 9,600 रुपए प्रति टन से घटाकर 8,400 रुपए प्रति टन कर दिया गया है
रेटिंग एजेंसी इक्रा (ICRA) ने कहा है कि ईरान-इजराइल युद्ध के कारण आया प्रभावित हो सकता है.