इनमे से कई ने कारोबार बंद करने के लिए कंपनीज एक्ट, 2013 का इस्तेमाल किया , जबकि इनमें से ज्यादातर कंपनियों ने कंपनी लॉ के तहत खुद को सरेंडर किया
कॉरपोरेट धोखाधड़ी पर लगाम लगाने के लिए कॉरपोरेट मामलों के मंत्रालय ने कंपनियों के लिए जारी किए निर्देश
ऑफिस स्पेस टेक-अप में इस सेगमेंट की हिस्सेदारी इस वित्तीय वर्ष में इसके 27% तक पहुंचने की उम्मीद है
किसी भी कंपनी को कारोबार चलाने के लिए पूंजी की जरूरत होती है. अगर कारोबार से होने वाली कमाई से विस्तार की जरूरतें पूरी हो रही हों तो कंपनियों को कर्ज लेने की जरूरत नहीं पड़ती लेकिन जो कंपनियां अपनी पूंजी की जरूरतों को खुद पूरा नहीं कर पाती है.
घरेलू लिस्टेड और गैर-लिस्टेड कंपनियां अब विदेशी शेयर बाजारों में प्रत्यक्ष रूप से सूचीबद्ध हो सकती हैं.
हाल ही में Swiggy ने अपने कर्मचारियों के लिए मूनलाइटिंग पॉलिसी को मंजूरी दे दी थी. क्या और भी स्टार्टअप ऐसा कदम उठाएंगे? देखें वीडियो-
हम बात करेंगे Future Retail, Reliance Retail, Mahindra Logistics, Eveready Ind, Biocon, VodaIdea, Sintex Ind, Paytm और Varun Beverages की.
किसी कंपनी के कारोबारी सेहत को समझने के लिए उसके कैश फ्लो को समझना बहुत जरूरी होता है. कैसे होती है कैश फ्लो की गणना?
क्या इसका पहले से कोई अंदाजा लग सकता है कि कोई कंपनी जालसाजी या गड़बड़ कर रही है? इसके लिए किस तरह के दस्तावेजों को खंगालने की जरूरत होती है.
सितंबर 2019 की तिमाही में वेतन 2.8 प्रतिशत, दिसंबर 2019 की तिमाही में 3.6 प्रतिशत और मार्च 2020 की तिमाही में 5.3 प्रतिशत तक घट गया.