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भारत में मेडिकल से जुड़े खर्चों में हुई है बेतहाशा बढ़ोतरी
बारिश में गाड़ी को होने वाले नुकसान से बचाने के लिए ऐड ऑन कवर फायदेमंद हो सकते हैं
कार की छोटी-मोटी रिपेयरिंग का क्लेम लेने से नो क्लेम बोनस के रूप में बड़ा नुकसान हो सकता है
अगर अभी तक आपने हेल्थ इंश्योरेंस को लेकर कोई प्लानिंग नहीं की है तो ये आपके लिए बड़ा खर्च बनकर सामने आ सकता है. बढ़ती गंभीर बीमारियों के कारण आजकल हेल्थ इंश्योरेंस कराना जरूरी हो गया है.
इस बीमा के लिए ऐसी पॉलिसी डिजाइन की जा रही हैं जिनमें सरोगेसी मदर को ज्यादा से ज्यादा वित्तीय सुरक्षा प्रदान की जा सके
सभी जीवन बीमा कंपनियां अपनी पॉलिसी पर कर्ज की सुविधा देती हैं जो पर्सनल लोन की तुलना में सस्ता पड़ता है
अगर आप अपनी नई बीमा पॉलिसी से खुश नहीं है तो उसे तय अवधि के दौरान वापस कर सकते हैं
को-पेमेंट कुल मेडिकल खर्च का एक हिस्सा होता है जिसका भुगतान पॉलिसीधारक को करना होता है
देश के बीमा उद्योग में हलचल बढ़ी हुई है. लंबे अरसे के बाद नई कंपनियां जुड़ रहीं हैं और नए तरह के प्रोडक्ट लॉन्च हो रहें हैं. बीमा नियामक इरडा के चेयरमैन देबाशीष पांडा ने जल्द ही बीमा कानून में बदलाव लाने के संकेत दिए हैं. इन कदमों से सभी के लिए बीमा का लक्ष्य हासिल करने में कैसे मिलेगी मदद जानिए बीमा पर हमारे खास शो इंश्योरेंस सेंट्रल में -