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साल 2022 में प्राकृतिक आपदाओं के कारण वैश्विक स्तर पर 22.56 लाख करोड़ रुपए का नुकसान
मानसूनी बारिश की वजह से उत्तर भारत के कई इलाकों में बाढ़ व भूस्खलन से हजारों मकान ढह गए. इस तरह की प्राकृतिक आपदा से जोखिम से बचाव के लिए मकान का बीमा कितना जरूरी है, देखिए इस शो में-
गंभीर बीमारी से पीड़ित है तो रेस्टोरशन विकल्प से भविष्य के खर्चों के लिए अतिरिक्त कवरेज का लाभ ले सकेंगे
मानसून की बारिश की वजह से उत्तर भारत के कई इलाकों में बाढ़ का कहर है. इस प्राकृतिक आपदा की चपेट में आकर सैकड़ों मकान बह गए. अगर बाढ़ में घर के साथ बीमा, मकान की रजिस्ट्री आदि के जरूरी कागजात नष्ट हो जाएं तो कैसे करें बीमा का क्लेम? इसके लिए देखिए Money9 का यह खास शो-
प्राकृतिक आपदा के बाद घर का बीमा क्लेम ले पाना बड़ी चुनौती है. बीमा, रजिस्ट्री, आधार और पैन नष्ट हो जाते हैं.
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हेल्थ बीमा खरीदते वक्त वो कौन से फीचर्स हैं जिन्हें ignore नहीं करना चाहिए? हेल्थ इंश्योरेंस का प्रीमियम हर साल 10 से 15 फीसदी बढ़ जाता है. क्या इस हाइक से बचने के लिए मल्टी हेल्थ बीमा कैसा option है?
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