रुपया शुक्रवार को डॉलर के मुकाबले 53 पैसे मजबूत होकर 73.68 के स्तर पर बंद हुआ. घरेलू मुद्रा ने इस हफ्ते अपनी चार महीने में सबसे अधिक साप्ताहिक बढ़त दर्ज की है. हफ्तेभर में इसमें एक प्रतिशत की मजबूती देखने को मिली है, जो अप्रैल के आखिरी हफ्ते से अब तक का सबसे बड़ा गेन है.
अमेरिकी फेडरल रिजर्व के चेयरमैन जिरोम पॉवेल के भाषण से पहले बाजार में बनी तेजी के चलते ऐसा हुआ है. फेडरल रिजर्व की ओर से एसेट की खरीदारी में कटौती की घोषणा की जा सकती है. इसके चलते डॉलर में आई कमजोरी ने रुपया को मजबूत किया है. हालांकि, अन्य एशियाई मुद्राओं में कमजोरी देखने को मिली.
रुपया की आज शुरुआत अच्छी बढ़त के साथ हुई थी. पिछले बंद से चार पैसे मजबूत होकर यह 74.18 के स्तर पर खुला था. दिनभर में इसने 73.68 से 74.2 के रेंज में ट्रेड किया.
गुरुवार को रुपया, डॉलर की तुलना में दो पैसे की हल्की बढ़त के साथ 74.22 के स्तर पर बंद हुआ था. दिनभर में इसने 74.11 से 74.27 की रेंज में ट्रेड किया था. इस दौरान डॉलर इंडेक्स 0.05 प्रतिशत की बढ़त के साथ 92.87 पहुंच गया था. वहीं, वैश्विक तेल सूचकांक ब्रेंट क्रूड फ्यूचर्स 0.6 फीसदी गिरकर 71.82 डॉलर प्रति बैरल पर रहा.