रेपो दरों में बदलाव न होने से रियल एस्टेट सेक्टर खुश है. रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने अपनी मौद्रिक नीति में इन दरों को जस का तस रहा है. इस सेक्टर जुड़े लोगों का कहना है कि होम लोन की दरें अभी दशक में सबसे कम स्तर पर हैं और इससे कोविड-19 की मार झेल रहे इस क्षेत्र को कुछ राहत मिल रही है. आरबीआई ने रेपो दरों में कोई बदलाव नहीं किया है. इसका मतलब, कम से कम अगली तिमाही तक होम लोन दरों में कोई परिवर्तन नहीं होने वाला. अभी रेपो रेट 4 फीसदी जबकि रिवर्स रेपो रेट 3.35 फीसदी है.
ANAROCK Property Consultants के चेयरमैन अनुज पुरी का कहना है, “रेपो रेट में बदलाव नहीं होने से होम लोन ग्राहकों को फायदा होगा. इससे होम लोन किफायती बना रहेगा और महामारी के दौर में हाउसिंग मार्केट को राहत मिलेगी.”
Housing.com के ग्रुप सीएफओ विकास वाधवान का कहना है कि मकानों की खरीदारी में सुधार आ रहा है और आरबीआई के इस फैसले से रियल एस्टेट सेक्टर को मदद मिलेगी. इसी तरह S Raheja Realty के डायरेक्टर राम रहेजा कहते हैं कि रियल एस्टेट एक सुरक्षित निवेश होता है और होम लोन की दरें अभी निचले स्तर पर है, इससे हाउसिंग सेक्टर में डिमांड बढ़ेगी.
जानकारों का कहना है कि ग्राहकों को रियल एस्टेट में निवेश करने का अच्छा समय है क्योंकि लोन की दरें कम हैं और कई तरह की छूट भी मिल रहीं हैं. आने वाले समय में कुछ क्षेत्रों में सर्किल रेट्स बढ़ सकते हैं. Signature Global Group के फाउंडर और चेयरमैन प्रदीप अग्रवाल कहते हैं, “ग्राहकों को मौजूदा माहौल का फायदा उठाना चाहिए, आने वाले दिनों में प्रॉपर्टी की कीमतों में इजाफा हो सकता है, क्योंकि कच्चे माल की लागत बढ़ रही है.”