मोबाइल फोन्स की औसत बिक्री कीमत (average selling price – ASP) इस दिवाली अपने उच्चतम स्तर पर रही. ऑनलाइन और ऑफलाइन, दोनों तरह की बिक्री में ऐसा हुआ. सप्लाई चेन बिगड़ने से बाजार में डिवाइसेज की कमी होने के कारण ASP में 12-15 प्रतिशत की वृद्धि देखने को मिली. ग्राहकों ने उपलब्धता नहीं होने के कारण कीमत ऊंची होने के बावजूद जो फोन मिला, उसे खरीद लिया.
काउंटरपॉइंट रिसर्च के मुताबिक, ऑनलाइन बिक्री में स्मार्टफोन की ASP 19 हजार रुपये रही, जो सालभर पहले 17 हजार रुपये और 2019 में 13 हजार रुपये थी. कंसल्टिंग फर्म के पार्टनर नील शाह का कहना है, ‘यह ऑनलाइन और ऑफलाइन, दोनों पर स्मार्टफोन की अब तक की सबसे अधिक ASP रही.’
अक्टूबर के पहले सप्ताह में फेस्टिव सीजन की शुरुआत हुई थी. एमेजॉन और फ्लिपकार्ट जैसे ऑनलाइन रिटेलर्स ने अपने ग्रेट इंडिया फेस्टिवल और बिग बिलियन डे की सेल में दिवाली वाले वीकेंड पर बिक्री अपने पीक पर रही. घर से काम और पढ़ाई के चलते अच्छे स्मार्टफोन की जरूरत पूरी करने के लिए ग्राहकों ने महंगे डिवाइस खरीदे.
OLINEO नेक्सस इंडिया के मैनेजिंग डायरेक्टर विभूति प्रसाद का कहना है कि ग्राहकों की दिवाली के दौरान 15 हजार रुपये तक के फोन खरीदने की कतार लगी थी. लोग डिस्काउंट और एक्सचेंज ऑफर लगाकर खरीदारी करने के लिए आगे आए. पिछले साल वे नौ हजार रुपये तक के फोन के लिए अधिक खरीदारी कर रहे थे. ONLINEO नेक्सस इंडिया के मुंबई, नासिक और बेंगलुरू में 114 रिटेल स्टोर हैं.
सप्लाई चेन जैसे कारणों से कीमतों में बढ़ोतरी हुई. शिपिंग कंटेनर की कमी की कारण कंपनियों को फोन एयरलिफ्ट कराने पड़ गए. चिपसेट शॉर्टेज और चीनी एयरपोर्ट और सीपोर्ट पर निर्यात की रोक ने कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स की सप्लाई बिगाड़ी है.