दिल्ली परिवहन विभाग जल्द ही 400 से अधिक नई इलेक्ट्रिक बसों के लिए टेंडर जारी कर सकता है. सूत्रों के मुताबिक दिल्ली परिवहन विभाग ने 465 ई-बसों के टेंडर को अंतिम रूप दे दिया है. दिल्ली परिवहन निगम (DTC) द्वारा 300 इलेक्ट्रिक-बसों को शामिल करने की प्रक्रिया पहले से ही चल रही है.
मौजूदा समय में सबसे अधिक इलेक्ट्रिक बसें महाराष्ट्र के पुणे शहर में चलती हैं. ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि अगले साल के आखिर तक दिल्ली सबसे ज्यादा ई-बसों के साथ पहले पायदान पर आ जायेगा. परिवहन विभाग के एक अधिकारी के मुताबिक क्लस्टर मॉडल के तहत कुल 1,000 ई-बसें प्राप्त करने की योजना है.
नई बसों को कैबिनेट की मंजूरी
दिल्ली सरकार की कैबिनेट ने 26 मार्च 2021 को डीटीसी द्वारा 300 लो-फ्लोर इलेक्ट्रिक एसी बसों को मंजूरी दी थी. इसी साल के अंत तक तकरीबन 280 बसें आ जाएंगी. बाकी 20 बसें जनवरी 2022 तक पहुंचने की संभावना है. ये इलेक्ट्रिक बसें दिल्ली की सुभाष प्लेस, मायापुरी, रोहिणी, राजघाट और मुंडेला कलां के डिपो में खड़ी की जाएंगी.
कोविड -19 की दूसरी लहर के कारण ई-बसों की डिलीवरी के साथ-साथ चार्जिंग स्टेशनों जैसे सहायक बुनियादी ढांचे के निर्माण में काफी देरी हुई है. डीटीसी की कोशिश है कि जल्द से जल्द चार्जिंग स्टेशन के काम को पूरा कर लिया जाए.
दिल्ली में होंगी सबसे ज्यादा ई बसें
एक सीनियर अधिकारी बताया कि दिल्ली परिवहन निगम की तकरीबन 1000 ई-बसें प्राप्त करने की योजना है. इस योजना से दिल्ली का पब्लिक ट्रांसपोर्ट और ज्यादा बेहतर बनेगा. दिल्ली में फिलहाल 150 इलेक्ट्रिक बसें हैं और अगले साल के आखिर तक दिल्ली पुणे को पछाड़कर पहले पायदान पर आ जायेगा.
परिवहन विभाग के प्रमुख सचिव आशीष कुंद्रा ने कहा कि दिल्ली की इलेक्ट्रिक वाहन नीति इस समय की सबसे प्रगतिशील नीति है. इलेक्ट्रिक बसों को केंद्र सरकार की फास्टर एडॉप्शन एंड मैन्युफैक्चरिंग ऑफ हाइब्रिड एंड इलेक्ट्रिक व्हीकल्स इन इंडिया (FAME) फेज-II स्कीम के तहत शामिल किया जा रहा है.