एक सर्वेक्षण के निष्कर्षों के अनुसार वैश्विक महंगाई (Inflation) के बावजूद भारतीय रोज़मर्रा, कपड़े, वाहन, और हवाई यात्रा जैसी चीजों पर खर्च करने की योजना के साथ संतुलित जीवन जीने की उम्मीद कर रहे हैं. टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के अनुसार डेलॉयट टौच तोहमत्सू इंडिया के रिपोर्ट के मुताबिक, भारतीय न केवल भविष्य के लिए बचत पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं, बल्कि अनुभव और भौतिक संपत्ति के लिए भी खर्च करना चाहते हैं.
23 देशों में प्रत्येक 1000 लोगों पर हुआ सर्वे
रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि ज्यादा टीकाकरण अभियान और सकारात्मक वृद्धि इस बदलाव की मुख्य वजह हैं. निष्कर्षों के अनुसार, 77 प्रतिशत लोग अगले तीन वर्षों के भीतर अपनी वित्तीय स्थिति के बारे में आशावादी हुए हैं, क्योंकि ज्यादा से ज्यादा कार्यस्थल खुल रहे हैं और कोविड-19 मामलों में गिरावट आई है. डेलॉयट टौच तोहमत्सू इंडिया ने सोमवार को वेव 24 का उदघाटन किया, जो ग्लोबल स्टेट ऑफ द कंज्यूमर ट्रैकर का नवीनतम विश्लेषण है. यह एक ऑनलाइन सर्वेक्षण है जो 23 देशों में प्रत्येक 1,000 लोगों पर किया गया है.
74 फीसदी भारतीय महंगाई को लेकर चिंतित
सर्वे में कहा गया है कि 74 फीसदी भारतीय महंगाई को लेकर चिंतित हैं, साथ ही 85 प्रतिशत भारतीयों अगले चार हफ्तों में अवकाश यात्रा पर खर्च करने की योजना बनाई है, 71 प्रतिशत भारतीयों सुरक्षित महसूस किया है. दक्षिण अफ्रीका (86 फीसदी), स्पेन (85 फीसदी), पोलैंड (84 फीसदी), ब्राजील (80 फीसदी), भारत (74 फीसदी), कनाडा (74 फीसदी), यूके (72 प्रतिशत) और यूएस (71 प्रतिशत) में दुनिया भर में महंगाई संबंधी चिंताएं देखी गईं. हालांकि अगले तीन वर्षों में उनकी वित्तीय स्थिति में सुधार की संभावना है.
भारत में सर्वेक्षण के रिपोर्ट में कहा गया है कि 85 प्रतिशत भारतीय अगले चार हफ्तों में अवकाश यात्रा पर खर्च करने की योजना बना रहे हैं और 74 प्रतिशत भारतीयों ने अगले छह महीनों में वाहन खरीदने की योजना बनाई है. 30 प्रतिशत भारतीयों ने कहा कि वे नए वाहन बदलने की योजना बना रहे हैं.