लॉकडाउन के पहले चरण की तुलना में जेस्टमनी की बाउंस दरों में 40% का सुधार हुआ, जबकि दूसरे चरण में NPA 34% कम था. ‘अभी खरीदें, बाद में भुगतान करें’ मार्केटिंग मंत्र, जिसने कुछ दशक पहले देश में कंज्यूमर कल्चर (उपभोक्ता संस्कृति) को बढ़ावा दिया, इस साल महामारी के दूसरे चरण के दौरान इसकी लंबी छलांग देखने को मिली, एक हाल में हुए सर्वे से पता चला यह 200% तक बढ़ गया है. भारत के सबसे बड़े और सबसे तेजी से बढ़ते BNPL (बाय नाउ पे लेटर) प्लेटफॉर्म ज़ेस्टमनी द्वारा किए गए एक हालिया सर्वे में कहा गया है कि लॉक डाउन के दूसरे चरण यानी मार्च-मई 2021 में कंज्यूमर डिमांड में पिछले साल लॉकडाउन की तुलना में 200% से अधिक का इजाफा हुआ.
सर्वे से पता चलता है कि मार्च-मई 2021 के दौरान प्लेटफॉर्म पर BNPL क्रेडिट लिमिट के लिए ग्राहक आवेदन 5 गुना बढ़ गया क्योंकि अब ज्यादा लोग फाइनेंस प्लानिंग कर रहे हैं. ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म पर BNPL ट्रांजेक्शन मई 2021 में महीने-दर-महीने के आधार पर 100% से अधिक बढ़ गया. जेस्टमनी ने कहा कि आने वाले महीनों में ज्यादातर रेस्पोंडेंट के स्मार्ट फोन, इलेक्ट्रॉनिक्स, फैशन, होम डेकोर, वाटर प्यूरीफायर और एयर टिकट पर खर्च करने की संभावना है.
टोटल रेस्पोंडेंट में से 57% ने कहा कि लॉकडाउन के दूसरे फेज के दौरान उनके फाइनेंस पर कोई इम्पैक्ट नहीं पड़ा क्योंकि फेज I ने उन्हें इमरजेंसी प्लानिंग के बारे में बहुत कुछ सिखाया. जेस्टमनी के चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर और को-फाउंडर लिजी चैपमैन ने कहा,“हमने लॉकडाउन के दूसरे फेज में उत्साहजनक संकेत देखे हैं, जो कंज्यूमर का हमपर बढ़ते विश्वास का संकेत है. ‘बाय नाउ पे लेटर’ लगातार बढ़ रहा है क्योंकि ग्राहक फाइनेंसिंग विकल्पों की तलाश कर रहे हैं जो उन्हें अपने खर्चों को बेहतर ढंग से मैनेज करने की इजाजत देता है.
सर्वे ने स्पेसिफिक टाइम पीरियड यानी मार्च-मई 2021 के लिए BNPL सुविधा लेने वाले तीन मेट्रो शहरों को चार्ट में सबसे ऊपर रखा. दिल्ली, मुंबई और बेंगलुरु टॉप 3 महानगर हैं जहां सबसे ज्यादा बीएनपीएल ट्रांजेक्शन होता है. दूसरी ओर, जयपुर, लखनऊ और विशाखापत्तनम टॉप 3 नॉन-मेट्रो मार्केट के रूप में उभरे. कोलकाता, चेन्नई, पुणे और चंडीगढ़ जैसे शहरों को दूसरी पंक्ति में रखा गया.
महामारी के कारण अर्थव्यवस्था की मंदी के बावजूद, ज़ेस्टमनी ने देखा कि कई कस्टमर्स द्वारा अपना रीपेमेंट समय के अंदर करने के चलते रीपेमेंट एफिशिएंसी में काफी सुधार हुआ है. लॉकडाउन के पहले चरण की तुलना में कंपनी ने बाउंस दरों में 40% का सुधार देखा, जबकि दूसरे चरण में NPA 34% कम था.
लिज़ी चैपमैन ने कहा “दिलचस्प बात यह है कि टियर II और III मार्केट में सभी पैरामीटर पर स्ट्रॉन्ग रिवाइवल देखा गया. इलेक्ट्रॉनिक्स से लेकर इलेक्ट्रिक बाइक तक सभी कैटेगरीज में अच्छी ग्रोथ दिखी”
यह बिना किसी परेशानी के इंस्टेंट क्रेडिट प्रोवाइड करता है और एक स्पेसिफिक पीरियड के बाद रीपेमेंट किया जाना होता है. यह दूसरे विकल्पों की तुलना में सुविधाजनक होने के साथ-साथ इंटरेस्ट फ्री भी है. यह स्मॉल टिकट परचेज के लिए फायदेमंद है. उदाहरण के लिए, छोटी खरीदारी जैसे मूवी देखने जाना, जिसकी कीमत आमतौर पर रु. 200-2,000 हो सकती है या स्विगी या जोमैटो ऑर्डर के लिए, लोग BNPL ऑप्शन का इस्तेमाल कर सकते हैं. हालांकि, इसका नुकसान ये है कि डेट बढ़ने का डर बना रहता है.
ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म अभी BNPL को बड़े पैमाने पर ऑफर कर रहे हैं. स्मार्टफोन, FMCG, फैशन और लाइफस्टाइल रिटेलर्स, क्रेडिट कार्ड से खरीदारी के बजाय यह सुविधा दे रहे हैं.
कंज्यूमर डिमांड और उनके पसंदीदा फाइनेंस ऑप्शन को समझने के लिए देश भर में 3,000 रेस्पोंडेंट के बीच एक सर्वे किया गया था. जेस्टमनी के 1 करोड़ रजिस्टर्ड यूजर्स और 3,500 से अधिक ऑनलाइन पार्टनर और लगभग 45,000 ऑफलाइन स्टोर पार्टनर हैं.
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