सैलरी अकाउंट और जनरल सेविंग्स अकाउंट में क्या है अंतर, सैलरी अकाउंट कब बन जाता है सामान्य बचत खाता? सैलरी अकाउंट सामान्य बचत खाते में बदल गया है तो किन-किन बातों का रखें ध्यान? जानने के लिए देखें ये वीडियो-
अगर किसी खाते में जमा राशि शून्य हो जाती है तो उसे बंद कर देना चाहिए. लेकिन कमाई के चक्कर में बैंक नैतिकता को ताक पर रखकर लोगों की जेब ढीली कर रहे हैं.
जो लोग बार-बार जॉब बदलते हैं और बैंक में पुराने सैलरी अकाउंट को बंद नहीं कराते उनके लिए बड़ी परेशानी खड़ी हो सकती है.
Salary Overdraft: SBI जीरो बैलेंस सेविंग खाताधारकों को ओवरड्राफ्ट सुविधा देता है. ओवरड्राफ्ट सुविधा के तहत दो महीने तक की सैलरी देता है.
BOI: अगर आप भी बैंक ऑफ इंडिया में अकाउंट खोलना चाहते हैं तो यहां हम आपको इसकी पूरी जानकारी देने जा रहे हैं.
Salary Overdraft: सैलरी ओवरड्रॉफ्ट एक तरह से लोन ही होता है. इसमें आप अपने अकाउंट बैलेंस से ज्यादा पैसे निकाल सकते हैं.
Salary Account: अगर लगातार 3 महीने तक इस खाते में सैलरी नहीं आई तो खाता सामान्य सेविंग्स अकाउंट में तब्दील हो जाएगा
Savings Account: बैंक बचत खाता कोई निवेश का साधन नहीं है. यदि आपका निवेश का मकसद है तो कई विकल्प मौजूद हैं.
Bank Account: खाते पर करीब 4 प्रतिशत की दर से ब्याज मिलता है, सभी को बंद कर रकम को म्यूचुअल फंड में निवेश करें, तो अच्छा रिटर्न मिल सकता है.
Salary Account:सैलरी अकाउंट में न्यूनतम बैलेंस की जरूरत नहीं होती, जबकि सेविंग्स अकाउंट में आपको न्यूनतम बैलेंस बनाए रखना जरूरी होता है.