Salary Overdraft: कोरोना काल में लोगों के खर्चे बढ़े हैं. महंगाई के इस दौर में यदि अचानक कोई खर्चा आ जाता है, तो उसके लिए पैसों का इंतजाम करना मुश्किल हो जाता है.बैंक अपने ग्राहकों को सैलरी ओवरड्राफ्ट की सुविधा भी देते हैं. इसकी मदद से आप अपनी जरूरतें पूरी कर सकते हैं.ऐसे में सैलरी ओवरड्राफ्ट की सुविधा आपके लिए लाभदायक साबित हो सकती है. कुछ बैंक ऐसे हैं जो जीरो बैलेंस खाताधारकों को दो से तीन महीने का सैलरी ओवरड्राफ्ट (Overdraft) राशि के रूप में देते हैं. साथ ही ये बैंक अपने ग्राहकों को लोन चुकाने के लिए आसान किस्त विकल्प भी देते हैं.बता दें कि SBI, PNB, ICICI और HDFC जैसे लोकप्रिय बैंक उन जीरो बैलेंस खाताधारकों को अलग-अलग ओवरड्राफ्ट सुविधा दे रहे हैं. हालांकि, ये खाते केवल सैलरी अकाउंट ही होने चाहिए. पीएम जन धन योजना (PMJDY) अकाउंट भी जीरो बैलेंस सेविंग अकाउंट ओवरड्राफ्ट सुविधा का लाभ देता है।
देश का सबसे बड़ा बैंक भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) अपने जीरो बैलेंस सेविंग खाताधारकों को ओवरड्राफ्ट सुविधा देता है. एसबीआई सैलरी अकाउंट होल्डर्स को ओवरड्राफ्ट सुविधा के तहत दो महीने तक की सैलरी देता है.
ओवरड्राफ्ट अमाउंट व्यक्ति की सैलरी पर निर्भर करती है.इसका ब्याज दर 10% प्रति वर्ष से शुरू होता है. हालांकि इसमें आप निश्चित समय से पहले अगर पैसे चुका देते हैं तो आपको कोई अतिरिक्त भुगतान नहीं करना होगा.
पंजाब नेशनल बैंक (PNB) भी बैंक सैलरी अकाउंट होल्डर्स को ओवरड्राफ्ट लिमिट की सुविधा देता है. ये रकम अकाउंट में क्रेडिट होने वाले वेतन के अनुसार तय होती है.
इसका मतलब है कि जितनी कम आपकी सैलरी होगी, ओवरड्राफ्ट के तहत रकम भी कम ही मिलेगी. पंजाब नेशनल बैंक अपने सैलरी अकाउंट होल्डर्स को चार वर्ग सिल्वर, गोल्ड, प्रीमियम, प्लेटिनम में बांटता है. सिल्वर कैटेगरी वाले अकाउंट होल्डर को 50 हजार रुपए, गोल्ड अकाउंट होल्डर को 1 लाख 50 हजार रुपए, प्रीमियम अकाउंट होल्डर को 2 लाख 25 हजार रुपये.
वहीं प्लेटिनम अकाउंट होल्डर को तीन लाख रुपए तक की ओवरड्राफ्ट लिमिट दी जाती है.इस ओवरड्राफ्ट सुविधा की ब्याज दरें कई कारकों के आधार पर 10.5% और 12% के बीच होती हैं।
निजी क्षेत्र का अग्रणी बैंक एचडीएफसी बैंक अपने ग्राहकों को ओवरड्राफ्ट की सुविधा देता है. यह राशि आप अपने सेविंग या करंट अकाउंट में मंगा सकते हैं.
साथ ही नेट बैंकिंग के माध्यम से भी आप इंस्टेंट ओवरड्राफ्ट सुविधा का लाभ ले सकते हैं. एक सैलरी अकाउंट होल्डर अपने नेट सैलरी का तीन गुना क्रेडिट के रूप में प्राप्त कर सकता है.
हालांकि, सैलरी अमाउंट और क्रेडिट स्कोर के आधार पर 1.5 लाख रुपये तक की ओवरड्राफ्ट सुविधा मिल सकती है।
आईसीआईसीआई बैंक अपने सैलरी अकाउंट होल्डरों के लिए ओवरड्राफ्ट फैसिलिटी देता है. इसका नाम ‘इंस्टाफ्लेक्सी कैश’ है. इस सुविधा के तहत ग्राहक अपने वेतन की तीन गुनी राशि तक का ओवरड्राफ्ट ले सकते हैं.
ग्राहकों को बिना किसी दस्तावेज ओडी फैसिलिटी की तुरंत मंजूरी मिलती है. इसकी ब्याज दर 12.5% से 14% के बीच होती है. इन चार प्रमुख बैंकों के अलावा सभी पीएमजेडीवाई ((PMJDY) खाताधारक अपने जीरो बैलेंस सेविंग अकाउंट पर ओवरड्राफ्ट का फायदा उठा सकते हैं.
पीएम जन धन अकाउंट होल्डर्स को शॉर्ट टर्म लोन के रूप में 10,000 रुपये तक की ओवरड्राफ्ट सुविधा देता है.यह सीमा पहले 5,000 रुपये थी लेकिन सरकार ने 2020 में कोविड महामारी की शुरुआत में राशि को दोगुना कर दिया.
सभी पीएसबी और निजी ऋणदाता इस ऑफर को ग्राहकों तक पहुंचाने के लिए बाध्य हैं.अगर जन धन खाते से आप ओवरड्राफ्ट करते हैं तो उस पर सभी बैंकों की दरें अलग-अलग हैं, जो सालाना 12 से 20 फीसदी तक है.
जबकि इसे मासिक तौर पर करके देखें तो यह ब्याज 1 फीसदी से 1.75 फीसदी के करीब ही बैठता है.
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