रियल्टी सेक्टर पर बकाया बैंक कर्ज रिकॉर्ड 28.35 लाख करोड़ रुपए हुआ
Home loan पर इंट्रेस्ट रेट लगभग 6.5% के रिकॉर्ड निचले स्तर पर आ गया है. इसीलिए इस समय होम लोन लेना एक बेहतर विकल्प हो सकता है.
रियल्टी सेक्टर में PE इनफ्लो एक साल पहले के जुलाई-सितंबर में 38.5 करोड़ डॉलर था और ये इससे पिछली तिमाही में करीब 90 करोड़ डॉलर पर था.
क्रिसिल की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि बढ़िया कंज्यूमर सेंटीमेंट और आर्थिक रिकवरी के बूते पेंट इंडस्ट्री 12% रेवेन्यू ग्रोथ हासिल कर सकती है.
BSE रियल्टी इंडेक्स ने पिछले एक महीने में 25% से ज्यादा का रिटर्न दिया है, नियर टर्म में एक या दो महीने के लिए कुछ कंसोलिडेशन की संभावना है.
प्रॉपर्टी में इनवेस्टमेंट का ये एक अच्छा मौका है. होम लोन रेट 7% से भी कम हैं. ऐसे में लोगों को इस वक्त घर खरीदने के बारे में सोचना चाहिए.
घरों पर अच्छे डिस्काउंट मिल रहे हैं और होम लोन की दरें भी कम हैं, ऐसे में अगर आप घर खरीदारी की सोच रहे हैं तो इन बातों का ख्याल रखना चाहिए.
कोविड-19 की दूसरी लहर ने देश में हालात खराब कर दिए हैं, ऐसे में इसका असर अब रियल्टी सेक्टर पर भी पड़ने की आशंका पैदा हो रही है.
एक रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले साल लॉकडाउन की पाबंदियां घटने के बाद रियल्टी और कंस्ट्रक्शन सेक्टर में धीरे-धीरे नई नौकरियां आनी शुरू हुई हैं.
Real Estate उन क्षेत्रों में से एक है जो रोजगार पैदा करता है. वहीं ये एक ऐसा सेक्टर है जिसपर भारतीय अर्थव्यवस्था का पुनरुद्धार निर्भर है.