Standard Deviation: फंड का स्टैण्डर्ड डेविएशन ज्यादा है तो उसका रेंज भी काफी ज्यादा होगा. यानी उतार-चढ़ाव भी ज्यादा होगी और रिस्क भी ज्यादा होगा
Bhujangasana: भुजंगासन की तरह आपको अपने दिल और दिमाग को खोलना चाहिए और ऐसी जगह पर ही पैसा लगाना चाहिए जहां आपके लिए ये सबसे महत्वपूर्ण हो.
financial advice: वित्तीय सलाह लेने के लिए RIA के पास जाना ही सही विकल्प है. सलाह को मानना, न मानना आप पर निर्भर है.
Investment: डेट कैटेगरी के CRF सबसे अधिक जोखिम वाला है क्योंकि यह इलिक्विड के रूप से लो-रेटेड पेपर में निवेश करता है.
Property In Dubai: समकक्ष बाजारों की तुलना में दुबई का बाजार ज्यादा रेगुलेटेड और पारदर्शी है, जो रियल स्टेट निवेशकों के लिए काफी अच्छा है.
ELSS: बेहतर ELSS म्यूचुअल फंड चुनने से पहले मूल्यांकन करना चाहिए. जैसे फंड का रिटर्न कितना है, उसका एक्स्पेंस रेशियो कितना है.
Debt ETF के जरिए निवेशकों को मौका मिलता है कि वे फिक्स्ड इनकम वाले विकल्पों में निवेश कर सकें और साथ ही उन्हें ETF के फायदे भी मिल सकें.
International Funds: इंटरनेशनल फंड को ओवरसीज फंड भी कहते हैं. इन फंडों का निवेश इक्विटी या डेट में हो सकता है.
साल की पहली तिमाही में अच्छे परिणाम और लंबे समय में सकारात्मक आय वृद्धि के रुख से भारतीय शेयरों में FPI की दिलचस्पी के बढ़ने की वजह है.
लैंड एंड डेवलपमेंट ऑफिस (L&DO) ने एक ऐसा पोर्टल तैयार किया है, जिस पर प्रॉपर्टी के मालिक और लोकेशन आदि जानकारियां उपलब्ध रहेंगी.