Property In Dubai: यदि आप बतौर निवेशक अच्छी लाइफस्टाइल की तलाश कर रहे हैं तो दुबई आपके लिए एक बेहतरीन विकल्प साबित हो सकता है. यही कारण है कि दुबई प्रॉपर्टी में निवेश (Property In Dubai) करने वाले अमीर भारतीयों का नया ठिकाना है.
दुबई में टॉप 3 सबसे ज्यादा निवेश करने वाले विदेशी नागरिकों में भारतीय भी शामिल हैं. प्रॉपर्टी कंसल्टेंट ANAROCK के मुताबिक, 2020 की पहली तिमाही में 2019 की तुलना में 15% ज्यादा ग्रोथ या ट्रांजेक्शन देखने को मिली है.
अपना कॉम्पलेक्स के कंट्री हेड और सीईओ शजाई जैकब के मुताबिक “2020 की पहली तिमाही के आंकड़ों के मुताबिक दुबई होम्स की सेल्स 21 अरब दिरहम रही, जो 2019 के आंकड़ों की तुलना में 5% ज्यादा थी.
इन आंकड़ों में भारतीयों की बड़ी हिस्सेदारी रही. 2019 में कुल आवास बिक्री के हिसाब में भारतीयों की हिस्सेदारी 16% की रही, जो करीब 8 अरब दिरहम होती है.
जैकब ने बताया “हालांकि, ज्यादा डिमांड और कम सप्लाई के कारण दुबई में प्रॉपर्टी कीमतों के और बढ़ने की उम्मीद की जा रही है.
महामारी के कारण लागू नियमों के चलते सप्लाई पर असर पड़ा है, जबकि डिमांड में इजाफा देखने को मिला है. बढ़ती मांग का ये ट्रेंड भविष्य में और भी बढ़ने की उम्मीद है.”
एनारॉक रिसर्च के मुताबिक “महामारी के कारण लोगों में घर के आकार को लेकर मानसिकता बदली है. जब से वर्क फ्रॉम शुरू हुआ है, लोग बड़े घरों की ओर ध्यान दे रहे हैं.
“पहले से दुबई में 3BHK का घर खरीद चुके लोग अपने घरों को अपग्रेड करके 3.5 BHK की ओर शिफ्ट कर रहे हैं. इसके अलावा एक और दूसरी डिमांड वैरिएंट हाउसिंग टाइपोलॉजी जैसी आ रही है. इसमें बड़े पैमाने पर अपार्टमेंट या विला शामिल हैं.”
विदेश में निवेशक करने वाले भारतीय “भव्यता और विशिष्टता” का खास ध्यान रखते हैं, जिनके लिए बजट कोई बाधा नहीं है. पाम जुमेराह, मरीना और डाउनटाउन उनकी पहली पसंद में एक है.
निवेश पर फायदे के लिए लोग जुमेराह गांव सर्किल, जुमेराह लेक टॉवर, मेडेन और दुबई हिल एस्टेट जैसी लोकेशन की ओर रुख कर रहे हैं. इन लोकेशन पर निवेशकों को काफी अच्छा रिटर्न मिल रहा है.
1. ज्यादा किराया मिलना- दुबई के रेंटल बाजार में 6 से 10% का ऑफर मिलता है. जो दूसरे बड़े बाजारों से काफी ज्यादा है. 10 लाख अमेरिकी डॉलर में आप अच्छा खासा रियल स्टेट स्पेस खरीद सकते हैं. जो मुंबई, शंघाई, लंदन, सिंगापुर और मोनाको जैसे शहरों में संभव नहीं है.
2. ज्यादा नियम कानून- अपने समकक्ष बाजारों की तुलना में दुबई का बाजार ज्यादा रेगुलेटेड और पारदर्शी है, जो रियल स्टेट निवेशकों के लिए काफी अच्छा है.
3. सिर्फ 3 घंटे की दूरी- मुंबई और दुबई की हवाई दूरी महज 3 घंटे है. जो दुबई से आने-जाने की यात्रा को बेहद सुविधाजनक बनाता है. ये दूसरे बड़े वैश्विक शहरों से ज्यादा आरामदायक है.
4. खान-पान- भारतीय खाने के बेहद शौकीन होते हैं. “भारत और दुबई के खानपान की संस्कृति काफी मिलती जुलती है. भारतीयों के लिए दुबई में वैश्विक स्तर लाइफस्टाइल मिलना काफी आसान है.
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