जैसे जैसे अर्थव्यवस्था वापस पटरी पर आ रही है और 75,000 करोड़ रुपये के आईपीओ के घटने की आशंका के साथ 2021-22 में अभी भी पाइपलाइन में हैं.
पिछले साल की तुलना में करीब 2.2 गुना की बढ़ोतरी हुई है और सेबी की मंजूरी के साथ 11 और कंपनियां 11,600 करोड़ रुपये से ज्यादा जुटाना चाहती हैं.
संसेरा इंजीनियरिंग IPO: कंपनी FY19 में अपने कुल डेट को 563.76 करोड़ रुपये से घटाकर FY21 में 484.60 करोड़ रुपये करने में सफल रही.
कंपनी जिस इंडस्ट्री और सेक्टर में काम करती है, उस क्षेत्र की अन्य कंपनियों के वैल्यूएशन से तुलना जरूर करें.
Investment in IPO: किसी कंपनी का वित्तीय विश्लेषण करते समय निवेशकों को उसकी तुलना संबंधित सेक्टर की अन्य सूचीबद्ध कंपनियों के साथ करनी चाहिए.
ज्यादातर रिटेल इन्वेस्टर्स का इन IPOs में नंबर ही नहीं लगता. कुछ खुशकिस्मत निवेशकों को अगर अलॉटमेंट मिलता भी है तो केवल एक लॉट मिलता है.
IPO रिटेल निवेशकों के लिए मौका है कि वे अच्छी कंपनियों की ग्रोथ का हिस्सा बनकर मुनाफा कमा सकें, लेकिन किस IPO पर पैसा लगाएं?