रिइंश्योरेंस की लागत बढ़ने से हेल्थ और मोटर बीमा प्रीमियम में 10 फीसद तक की हो सकती है वृद्धि
Car Insurance Premium: कार बीमा चुनने से पहले कई बीमाकर्ताओं की जांच करें. अलग-अलग बीमा कंपनियां एक ही कार के लिए अलग-अलग रकम वसूलती हैं.
इंश्योरेंस कंपनियां नॉन-नेटवर्क हॉस्पिटल में भर्ती होने की कॉस्ट रिम्बर्स करती हैं, बशर्ते कि आपके पास सभी डॉक्युमेंट हों और केवल पूरी कॉस्ट का 70% तक
Life Insurance: इंश्योरेंस कंपनियां कई कारणों से क्लेम को रिजेक्ट कर सकती हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि कारण कौन से होते हैं?
इरडा के मुताबिक, साइबर इंश्योरेंस का दायरा बढ़ाया जाएगा. इसमें कंपनियां साइबर इंश्योरेंस पॉलिसी को सरल बनाएगी.
अगर कोई कार मालिक कार में चाबी छोड़ता है और उस दौरान चोरी हो जाती है, तो चोरी को व्यक्ति की लापरवाही के रूप में देखा जाता है.
Claim Settlement: मेडिकल हिस्ट्री के बारे में बताना जरूरी है, चाहे कितने भी सालों पहले मेडिकल प्रोसीजर क्यों न हुआ हो.
पॉलिसीहोल्डर, जिनके पास बीमाकर्ताओं के खिलाफ शिकायत है, उन्हें पहले संबंधित बीमाकर्ता के शिकायत निवारण सेल से संपर्क करना होगा.
Privatization: नीति आयोग ने कम से कम एक सामान्य बीमाकर्ता के निजीकरण के नाम पर सुझाव दिए हैं. इस पर निर्णय लिया जाना बाकी है
आपके फाइनेंशियल प्लान में भी चेंज होना चाहिए. आपको यह भी पता चलता है कि अपने इन्वेस्ट को लेकर आप किस स्थिति में हैं?