वर्तमान में भारत दुनियाभर की बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में पांचवे स्थान पर है.
आंकड़े बताते हैं कि वित्तवर्ष 2020-21 में जीडीपी के अनुपात में नकदी का चलन अपने उच्चतम स्तर 14.5 फीसदी पर पहुंच गया है.
RBI ने फाइनेंशियल ईयर 2021-22 में GDP ग्रोथ के अनुमान में कोई बदलाव नहीं किया है. RBI ने GDP ग्रोथ का अनुमान 9.5% पर बरकार रखा है.
रेटिंग एजेंसी इक्रा 2021-22 के वास्तविक जीडीपी वृद्धि के अनुमान में बदलाव करते हुए उसे पहले के 8.5 प्रतिशत से बढ़ाकर नौ प्रतिशत कर दिया.
GDP: वित्त वर्ष 2021 की चौथी तिमाही - जनवरी से मार्च के बीच 1.6% की ग्रोथ देखने को मिली है. चौथी तिमाही में GVA (ग्रॉस वैल्यू ऐडेड) 3.7% पर आया है.
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इकोनॉमिक सर्वे के मुताबिक, वित्त वर्ष 2021-22 में देश की अर्थव्यवस्था तेजी से बाउंसबैक करेगी. अगले फिस्कल ईयर में देश की रियल GDP ग्रोथ रेट 11 फीसदी रहने का अनुमान है.