Large Cap Equity Fund: भारतीय इक्विटी लार्ज-कैप, ELSS, मिड/स्मॉल-कैप फंड जून तक पांच वर्षों में अपने बेंचमार्क से कम प्रदर्शन करते नज़र आ रहे हैं.
आपको ELSS प्लान या सिस्टमैटिक प्लान में निवेश करने से पहले फंड के लॉन्ग टर्म परफॉरमेंस को देखना चाहिए.
इक्विटी म्यूचुअल फंड में अगस्त में 8,666.68 करोड़ रुपये का इनफ्लो रहा है. जबकि जुलाई में 22,583.52 करोड़ रुपये का इनफ्लो हुआ था.
सही ELSS फंड चुनने और उससे जुड़े अन्य पहलुओं को समझाने के लिए मनी9 हेल्पलाइन ने कंप्लीट सर्कल के संस्थापक क्षितिज महाजन को होस्ट किया.
अगर आप केवल MF में निवेश करेंगे तो टैक्स छूट नहीं मिलेगी लेकिन अगर आप ELSS में निवेश करेंगे तो 80C के तहत 1.5 लाख के डिडक्शन के हकदार होंगे.
म्यूचुअल फंड खोजने के लिए, निवेशकों के जोखिम प्रोफाइल, निवेश उद्देश्य और अवधि के आधार पर फंड का चयन किया जाना चाहिए.
ELSS: ज्यादातर टैक्स सेविंग म्यूचुअल फंड इक्विटी-लिंक्ड सेविंग स्कीम (ELSS) प्लान होते हैं जो ग्रोथ स्टॉक मार्केट में निवेश करते हैं.
पोर्टफोलियो में केवल ELSS फंड होंगे तो नोन-ELSS फंड के ज्यादा रिटर्न का लाभ गवाना पडेगा. यदि इनकम टैक्सेबल नहीं है.
financial advice: वित्तीय सलाह लेने के लिए RIA के पास जाना ही सही विकल्प है. सलाह को मानना, न मानना आप पर निर्भर है.
ELSS: बेहतर ELSS म्यूचुअल फंड चुनने से पहले मूल्यांकन करना चाहिए. जैसे फंड का रिटर्न कितना है, उसका एक्स्पेंस रेशियो कितना है.