COVAXIN: भारत बायोटेक के बेंगलुरु में नए प्रतिष्ठान को लगभग 65 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता उपलब्ध कराई जा रही है.
Covaxin: इस प्लांट के जरिए सालाना 22.4 करोड़ वैक्सीन डोज का उत्पादन हो सकता है. टेक्नोलॉजी ट्रांसफर से अब यहां उत्पादन संभव होगा.
Corona Vaccine: अगर कोई पहली डोज लेने के बाद कोरोना से संक्रमित हो गया है तो उसे कोविड से ठीक होने के 3 महीने बाद दूसरा डोज लेना चाहिए
Vaccination Drive: केरल में रविवार के दिन सिर्फ 34,919 को टीका लगाया गया है. ईस्टर होने की वजह से भी वैक्सीनेशन में सुस्ती हो सकती है.
कोरोना की दूसरी लहर को देखते हुए वैक्सीन लगवाने के लिए लोगों को आगे आना पड़ेगा. सरकार को भी व्यापक तौर पर वैक्सीनेशन मुहिम चलानी होगी.
Bharat Biotech: बूस्टर डोज में छह माइक्रोग्राम देने की अनुमति दी गयी है और तीसरी खुराक के छह महीने तक परीक्षण पर गौर करना होगा
भारत कोविड-19 वैक्सीन के 6 करोड़ शॉट्स दूसरे देशों को सप्लाई कर चुका है, जबकि घरेलू आबादी को 4.5 करोड़ डोज ही लगाई गई हैं.
Vaccine Supply: कोरोना के दूसरे अटैक से निपटने और 'वैक्सीन कैपिटल' जैसे खिताब पर भी टिके रहने का हल वैक्सीन का प्रोडक्शन बढ़ाना ही है.
AstraZeneca वैक्सीन पर ICMR के पूर्व DG, प्रोफेसर एन के गांगुली से खास चर्चा. कब तक रहती है एंटीबॉडी और क्या हर साल लगानी होगी वैक्सीन?
Clinical Trial: टीके को इस दायरे से बाहर कर दिया जाता है तो लाभार्थियों को इसकी खुराक लेने के लिए राजीनामे पर हस्ताक्षर नहीं करना होगा